ब्रेकिंग
सिहोर जिले में वन माफिया बेखौफ अधिकारियों की मिलीभगत से चल रही अवैध सागौन कटाई और परिवहन. पिकअप वाहन... लव जिहाद की महिला सब इंस्पेक्टर भी ही शिकार, इश्तिहाक ने खुद को अमन बताकर महिला एस आई से दोस्ती की पत्रकारों की अधिमान्यता पर सीधी कार्रवाई अब नहीं होगी संभव:  एफआईआर के आधार पर अधिमान्यता रद्द करने... हरदा: आदर्श यदुवंशी समाज के 47 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ, कार्यकम में बची हुई एक ट्राली पूरी खेत में... आम तोड़ने पर प्रबंधक ने छात्र को डंडे से पीटा, वैदिक विद्यापीठ ने प्रबंधक व्यास को निलंबित किया: SP ... हरदा: श्री भुआणा प्रांतीय गुर्जर गौरव सम्मान समारोह आज 4 मई को, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में... हास्य रस के कवि शिरीष अग्रवाल को PHD की उपाधि  Aaj ka rashifal: आज दिनांक 4 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे विधायक अर्चना चिटनिस ने पंचायत भवन लगाया झाडू पोंछा:  पंचायत भवन में गन्दगी को देख हुई नाराज एक ऐसी जगह जहाँ चाय, कॉफी, और जेंडर न्याय साथ चलते हैं - राकेश यादव की कलम से 

15,000 से अधिक लाडली बहनों को मिलेगी सरकारी नौकरी, सीएम मोहन ने किया ऐलान, देखे पूरी खबर Ladli Behna Yojana

Ladli Behna Yojana: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को एक अनोखे अंदाज में लाड़ली बहनों के प्रति अपनी संवेदनशीलता दिखाई। चित्रकूट में उन्होंने एक बहन को खुद चाय बनाकर पिलाई, जिसका वीडियो प्रदेश के जनसंपर्क विभाग ने साझा किया। इस वीडियो ने न केवल मुख्यमंत्री की मानवीयता को दर्शाया, बल्कि लाड़ली बहनों के प्रति उनके समर्थन को भी उजागर किया।

डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में लाड़ली बहना योजना की राशि बढ़ाने और इसके लिए दोबारा आवेदन प्रक्रिया को शुरू करने की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने लाड़ली बहनों को सरकारी नौकरियों का बड़ा तोहफा देने की भी बात की है। यह पहल मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं को रोजगार देने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।

राज्य सरकार के अनुसार, लगभग 15,000 लाड़ली बहनों को सरकारी नौकरी देने की योजना बनाई जा रही है। यह कदम स्थायी रोजगार की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग में नई नियुक्तियां की जा रही हैं। इसके तहत, प्रदेश की 12,670 मिनी आंगनवाड़ी को पूर्ण आंगनवाड़ी में अपग्रेड किया जाएगा, जिसकी केबिनेट से मंजूरी भी मिल गई है।

मिनी आंगनवाड़ी में सहायिका की कमी होती है, और इसे आंगनवाड़ी में अपग्रेड करने से नई आंगनवाड़ी सहायिकाओं और सुपरवाइजरों की आवश्यकता होगी। राज्य सरकार ने अपग्रेड होने वाली आंगनवाड़ी के लिए आंगनवाड़ी सहायिका के 12,670 पद और आंगनवाड़ी सुपरवाइजर के 476 पद भी स्वीकृत किए हैं। इस प्रकार, कुल मिलाकर 13,146 पदों पर नियुक्तियों का प्रस्ताव रखा गया है।

यह योजना लाड़ली बहनों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिसमें न केवल रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का भी मौका मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग में भी लाड़ली बहनों के लिए नियुक्तियों की प्रक्रिया चालू है। दोनों विभागों में मिलाकर राज्य की 15,000 से ज्यादा लाड़ली बहनों को सरकारी नौकरी देने की योजना की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ रही है।

- Install Android App -

सीएम मोहन यादव का यह कदम प्रदेश की महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है, जो लंबे समय से स्थायी नौकरी की तलाश में हैं। मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया है कि उनकी सरकार महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्ध है और लाड़ली बहनों को बेहतर भविष्य देने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

इस योजना के माध्यम से, सरकार लाड़ली बहनों के लिए न केवल आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उनके लिए एक सशक्त और सुरक्षित भविष्य का निर्माण भी कर रही है। इस पहल से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि समाज में महिलाओं की स्थिति भी मजबूत होगी।

लाड़ली बहनों को यह भी सलाह दी जा रही है कि वे अपनी योग्यताओं और कौशल को पहचानें और सरकारी नौकरी के लिए आवेदन प्रक्रिया का हिस्सा बनें। प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए नौकरियों के अवसरों को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता दिलाने का संकल्प लिया है।

सीएम का यह प्रयास निश्चित रूप से लाड़ली बहनों को एक नई दिशा और अवसर प्रदान करेगा, जिससे वे अपने सपनों को साकार कर सकेंगी। प्रदेश सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वह महिलाओं के विकास और सशक्तिकरण के प्रति गंभीर है। उम्मीद है कि यह पहल लाड़ली बहनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी।

यह भी पढ़े:- Ladli Behna Yojana: मुख्यमंत्री ने फिर किया ऐलान लाडली बहना का तीसरा चरण होगा शुरू