मकड़ाई समाचार भोपाल। प्रदेश में बच्चियों और महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अपराध को लेकर अब सख्त कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस ने जहां कानून व्यवस्था समाप्त होने का आरोप लगाया, वहीं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने अपराधियों को सजा सार्वजनिक तौर पर देने की मांग उठाई। भोपाल में मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि जब अपराध सरेआम करते हैं तो फिर दुष्टों को दंड भी सबके सामने मिलना चाहिए। फांसी तो चौराहे पर दी जानी चाहिए। यह संवेदनाओं से जुड़ा विषय है। उन्होंने कहा कि वे इसको लेकर हस्ताक्षर अभियान भी शुरू करेंगी।
कांग्रेस लगातार सरकार पर कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने और बच्चियों के असुरक्षित होने का आरोप लगा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि पिछले पांच महीनों में बेटियों की चीखों से मध्य प्रदेश दहल गया है। जब सरकार बच्चियों को सुरक्षा नहीं दे सकती है तो फिर उसके रहने के क्या मायने रह जाते हैं।
इस पर संस्कृति मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को यह पूछने का हक नहीं है क्योंकि बरसों उनकी ही सरकार रही पर सख्त कानून हमारी सरकार ने बनाया है। मध्य प्रदेश में बहुत सख्त कानून है और हमें गौरव होना चाहिए कि यहां छोटी बच्चियों से ज्यादती करने वालों को फांसी की सजा दी जा रही है। फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रकरण चलाकर लगातार सजा देने का काम हो रहा है। सरकार और कानून कहीं कमजोर नहीं है पर समाज को आत्म मूल्यांकन करना होगा कि संस्कारों में कहां कमी आ रही है और क्यों हमारी संवेदनशीलता समाप्त होती जा रही है।
जब तक हम हमारी नई पीढ़ी को अध्यात्म, संस्कारों और संस्कृति से नहीं जोड़ेंगे, तब तक ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगेगी। बच्चियों के साथ दुव्यवहार करने वाले वो दुष्ट नहीं छूटेंगे। मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन किया है कि जब वो अपराध सरेआम करते हैं और उनको सजा जेल के अंदर मिल जाती है तो समाज को दिखता नहीं है कि उन्हें क्या दंड मिला। उन्होंने कहा कि दुष्टों को दंड चौराहे पर दिया जाना चाहिए। इससे व्यापक दहशत होगी।