MP Big News : ग्वालियर में गुर्जरो का बबाल, 200 वाहनो में तोड़फोड़ ,15 पुलिस घायल, देर रात तक पूरा शहर आंतक के साये में
गुर्जर महापंचायत के बाद हुआ था पूरे शहर में बवाल,
पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 ग्वालियर। गुर्जर समाज द्वारा अपनी मांगो को लेकर फूलबाग मैदान में महासभा आयोजित कर भीड़ एक रैली की शक्ल में कलेक्टर कार्यालय तक गई।समाज के नेता मंच से जोशीले अंदाज में हुंकार भर रहे थे।
महासभा के दौरान मंच से कुछ नेताओं के भड़काऊ भाषण दिए जा रहे थे। ऐसा लोगो का मानना है। ।शहर में सोमवार को गुर्जरों ने जमकर उपद्रव किया। कलेक्ट्रेट पर पहुंचते ही भीड़ यहां पर हमलावर हो गई।
बताया जा रहा है कि मिहिर भोज प्रतिमा से टीन शेड हटाने सहित कई मांगों को लेकर बिना अनुमति ज्ञापन देने आए उत्पातियों ने पुलिस पर पथराव हमला कर दिया। बदले में पुलिस ने हवाई फायर किए,आंसू गैस के गोले छोड़े तो इससे उपद्रवी ज्यादा उग्र हो गए और दनादन वाहनों की तोड़फोड़ शुरू कर दी।
वही सोशल मीडिया पर अब कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे है। जिसमे कुछ पुलिस कर्मी भी वाहनों में तोड़फोड़ कर पत्थर मार रहे है। इधर
ट्रैक्टर.ट्राली और गाड़ियों में लाठी.डंडे और पत्थर, ट्रैक्टर.ट्रालियोंए चार पहिया वाहनों में लाठी.डंडे और पत्थर रखे थे। अचानक वाहन रैली कलेक्ट्रेट की ओर निकली तो यह सब कहां से आ गया।
कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने पहुंचे समाज के लोगो को पुलिस ने खदेड़ा तो शहर के सिटी सेंटर,एजी पुल, झांसी रोड, सिरोल रोड़, विक्की फैक्ट्री इलाके में गाड़ियों की तोड़फोड़ की। शाम को सिकरोदा हाइवे पर चक्काजाम कर कई स्कूल.कालेज बसों की तोड़फोड़ कर दी। इस उपद्रव में कलेक्टर, एसएसपी, निगमायुक्त सहित 200 वाहनों की भी तोड़फोड़ हुई। दहशत में देर शाम दुकानें.बाजार बंद होना शुरू हो गए।
राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति द्वारा गुर्जर जागरण पदयात्रा समापन पर फूलबाग मैदान में महासभा के रूप में किया गया। यह यात्रा 7 अगस्त को शुरू हुई थी। ग्वालियर और चंबल अंचल सहित देश के अलग.अलग हिस्सों से गुर्जर समाज के लोग इसमें शामिल हुए।
मिहिर भोज जैसे संवेदनशील मुद्दे के बावजूद प्रशासन ने दस हजार गुर्जरों को जुटने की अनुमति क्यों दी। पुलिस जब दस हजार भीड़ जुटने का इंटेलिजेंस था फिर उसके अनुरूप पुलिसबल क्यों नहीं लगाया। मंच से जब शहर जलाने के भाषण दिए जा रहे थे। तत्काल पुलिस बल की व्यवस्था क्यूं नही की। हम आपको बता दे की गुर्जर समाज लंबे समय से अपनी मांग प्रशासन के सामने रख रहा था। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई ध्यान नही दिया। जिसके चलते गुर्जर समाज के युवा आक्रोशित है। और ऐसी घटना का रूप लिया।