Mp Board Exam 2024: मध्यप्रदेश बोर्ड परीक्षा की कॉपी पर लगेंगे बारकोड, विद्यार्थी नहीं ले सकेंगे सप्लीमेंट्री कॉपी, एमपी बोर्ड ने जारी की नई गाइडलाइन
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा अगले महीने से कक्षा दसवीं और कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू की जाने वाली है इन परीक्षाओं को लेकर एमपी बोर्ड ने नियमों में कुछ बदलाव किए हैं इन बदलाव के बारे में सभी विद्यार्थियों को जानकारी होना चाहिए इसलिए आज के इस आर्टिकल में एमपी बोर्ड द्वारा किए गए कुछ नए बदलाव के बारे में आपको जानकारी दी जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आयोजित की जाने वाली बोर्ड की परीक्षाओं के लिए कुछ नियम परिवर्तन किए हैं। जिनमें से मुख्य रूप से बोर्ड परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को दी जाने वाली कॉपी को लेकर प्रमुख बदलाव देखा जा रहा है, जिसमें अब विद्यार्थियों को बारकोड लगी हुई कॉपी दी जाएगी। इसके अलावा अब विद्यार्थी परीक्षा के दौरान सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं ले सकेंगे। इसके साथ ही नकल को रोकने के लिए भी बोर्ड द्वारा नए प्रावधान एवं परिवर्तन किए गए हैं |
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार मध्य प्रदेश में बोर्ड की परीक्षाएं अगले महीने की 5 फरवरी से शुरू होने वाली है जो की 5 मार्च तक चलेगी। क्योंकि बोर्ड परीक्षा के लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है कक्षा दसवीं और बारहवीं के एग्जाम्स में कुछ ही दिन बाकी है ऐसे में बोर्ड द्वारा जारी किए गए कुछ नए नियम और निर्देश के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी होनी चाहिए।
एमपी बोर्ड द्वारा परीक्षा में किए गए बदलाव –
माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित की जाने वाली बोर्ड परीक्षाओं को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए कुछ बदलाव किए गए हैं। जैसे कि इस बार बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट दी जाएगी जो की बोर्ड परीक्षा के दौरान पहली बार ऐसा किया जाएगा। इसके अलावा बोर्ड परीक्षा में दी जाने वाली कॉपी में इस बार एमपी बोर्ड के द्वारा एक प्रकार का बारकोड लगाया जाएगा। अब तक माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं में विद्यार्थियों को अपने लिए सप्लीमेंट्री कॉपी लेने का अधिकार था लेकिन अब आगामी परीक्षा में आपको सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं दी जाएगी।
इसलिए लगाया जाएगा बारकोड –
जैसा कि अभी हमने आपको बताया एमपी बोर्ड द्वारा इस बार बोर्ड की परीक्षा में कॉपियों पर बारकोड की व्यवस्था की जाएगी। लेकिन विद्यार्थियों के मन में सवाल है कि एमपी बोर्ड ने इस तरह का परिवर्तन क्यों किया तो आपको बता दें माध्यमिक शिक्षा मंडल का मानना कि जब विद्यार्थियों द्वारा अपनी कॉपी में रोल नंबर एवं जन्म दिनांक जैसी जानकारियां भरी जाती है तब इसमें किसी भी प्रकार की गलती हो सकती है जिससे की कॉपी को चेक करते समय गड़बड़ होती है इसी को देखकर एमपी बोर्ड ने अब इन नियम को बदलकर बारकोड लगाने का प्रावधान रखा है कॉपी चेक करने वाले शिक्षक अब कॉफी को चेक करने से पहले बारकोड को स्कैन करेंगे जिससे कि इस दौरान होने वाली गड़बड़ियों से बचा जा सके।
परीक्षा में नकल करने पर होगी कार्यवाही –
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस बार परीक्षा में की जाने वाली नल को लेकर भी सख्त कार्रवाई की जाने का प्रावधान रखा गया है प्रदेश में आयोजित होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं के लिए सरकार ने निर्देश जारी करते हुए सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। नकल की देखरेख और इस पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी सभी जिला शिक्षा अधिकारियों की होगी। बोर्ड द्वारा जारी किए जाने वाले प्रश्न पत्रों की गोपनीयता की जिम्मेदारी भी एमपी बोर्ड ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंप दी है। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र के आसपास कोई अनधिकृत व्यक्ति प्रवेश न कर सके इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं की परीक्षा केंद्र के 100 मीटर के दायरे में उचित व्यवस्था की जाए। नल को लेकर इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल बहुत ही सख्त रूप अपना रहा है जिससे की परीक्षाओं में की जाने वाली नकल पर अंकुश लगाया जा सके।