Mp News: उ.प्र. उत्तराखंड के बाद अब म.प्र. में उठी मांग, फल, फूल, खान पान की दुकानों पर मालिक के नाम लिखे बैनर लगे!
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर : सावन मास मे जगह काँवड यात्रा का आयोजन किया जाता है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा मार्ग में स्थित खान-पान व फल दुकानों के बाहर असली मालिक का नाम लिखने के निर्देश के बाद अब मध्य प्रदेश में भी ऐसा ही करने की मांग की जा रही है।
भाजपा विधायकों ने सीएम को लिखा पत्र –
इंदौर के भाजपा विधायक रमेश मेंदोला व मालिनी गौड़ और जबलपुर कैंट से भाजपा विधायक अशोक ईश्वरदास रोहाणी ने भी खान-पान व फल की दुकानों के बाहर मालिक का नाम लिखने की मांग का समर्थन किया है।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को इस सम्बंध मे पत्र लिख शीघ्र और आदेश जारी करने का आग्रह किया है
पहले उज्जैन नगर निगम में जारी किया था ऐसा आदेश –
ज्ञात हो कि इस तरह का एक आदेश उज्जैन में नगर निगम द्वारा इस बारे में वर्ष 2022 में जारी आदेश के पालन पर जोर दिया जाने लगा है। इंदौर क्षेत्र दो के विधायक रमेश मेंदोला का कहना है कि दुकान पर नाम लिखने का नियम होने से सभी दुकानदार अपनी व्यापारिक साख बढ़ाने के लिए ग्राहकों को बेहतर सेवा देने का प्रयास करेंगे।
इंदौर क्षेत्र विस 4 की विधायक मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र में लिखा कि कई बार देखने में आता है कि हिंदू देवी-देवता और महापुरुषों के नाम पर अन्य धर्म वाले दुकानों का नाम रख लेते हैं। खाद्य पदार्थों पर थूकने, गंदगी से बनाने के वीडियो भी सामने आते हैं।
उज्जैन महापौर ने रखी आदेश का पालन कराने की मांग –
उज्जैन में महापौर मुकेश टटवाल के साथ साधु-संतों ने आयुक्त आशीष पाठक से नगर निगम के वर्ष 2022 में दिए गए उस आदेश का पालन कराने की मांग की है। इस आदेश में होटल, रेस्टोरेंट व दुकानों के बोर्ड पर उनके मालिकों का नाम, मोबाइल नंबर हिंदी में लिखने को कहा गया था और नियम का पालन न करने पर पहली बार दो हजार रुपये व उसके बाद पांच हजार रुपये जुर्माना वसूलने का प्रविधान किया था। इसका पूर्णत: पालन नहीं हुआ।
दादूराम आश्रम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर ज्ञानदास का कहना है कि कई बार होटल का नाम कुछ और होता है और मालिक असल में कोई और होता है। नाम लिखने से पारदर्शिता रहेगी।