MP News: मध्य प्रदेश के 48 लाख बुजुर्गों को मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ, जाने ताजा खबर
MP News: मध्य प्रदेश में बुजुर्गों के लिए खुशखबरी है। राज्य के 48 लाख से अधिक बुजुर्गों को अब आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाएगा। इस योजना के तहत बुजुर्गों को हर साल ₹500000 तक का मुफ्त इलाज मिलेगा, जिससे वे स्वास्थ्य समस्याओं का बिना किसी आर्थिक बोझ के इलाज करवा सकेंगे।
योजना का लाभ कौन और कैसे ले सकेगा?
इस योजना के तहत 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को कवर किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने निर्देश जारी कर दिए हैं, जिसमें सभी जिलों के कलेक्टरों को बुजुर्गों की सूची तैयार कर पंजीकरण करने के आदेश दिए गए हैं। पात्रता का निर्धारण आधार कार्ड में दर्ज उम्र के आधार पर किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सही व्यक्ति को योजना का लाभ मिले।
पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज
इस योजना का लाभ पाने के लिए बुजुर्गों को आधार कार्ड और समग्र फैमिली आईडी की जरूरत होगी। इन दस्तावेजों के माध्यम से उनकी उम्र और परिवार की जानकारी सत्यापित की जाएगी। इसके बाद बुजुर्गों को एक विशिष्ट आयुष्मान भारत कार्ड जारी किया जाएगा, जिसे दिखाकर वे राज्य के सूचीबद्ध अस्पतालों में मुफ्त इलाज करा सकेंगे।
राज्य में कितने अस्पतालों में इलाज की सुविधा
मध्य प्रदेश में कुल 1048 अस्पतालों को इस योजना के तहत सूचीबद्ध किया गया है। इन अस्पतालों में बुजुर्गों को इलाज की सुविधा मिलेगी। इस पहल से राज्य के हर कोने के बुजुर्ग लाभान्वित हो सकेंगे। अस्पतालों की सूची में सरकारी और निजी दोनों तरह के अस्पताल शामिल हैं ताकि बुजुर्ग अपने नजदीकी अस्पताल में ही इलाज करवा सकें।
बुजुर्गों की संख्या के हिसाब से जिलेवार विवरण
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों की संख्या में इंदौर सबसे आगे है। इंदौर में लगभग 3 लाख 90 हजार 487 बुजुर्ग हैं, जबकि सबसे कम बुजुर्ग निवाड़ी जिले में 25 हजार 964 हैं। इसी तरह, भोपाल में 2 लाख 8 हजार 999, ग्वालियर में 1 लाख 91 हजार 963 और जबलपुर में 1 लाख 88 हजार 490 बुजुर्ग हैं।
नए जिले पांढुर्ना, मैहर, और मऊगंज में भी बुजुर्गों की संख्या काफी अधिक है, जिससे इन जिलों में भी इलाज की सुविधा की आवश्यकता होगी। सरकार की योजना के अनुसार, बुजुर्गों की संख्या के आधार पर इन सभी जिलों में अस्पतालों की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य और महत्व
यह योजना बुजुर्गों की आर्थिक मदद के साथ उनके स्वास्थ्य की देखभाल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लाई गई है। आमतौर पर बुजुर्गों को बढ़ती उम्र के साथ कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, और आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण इलाज करवा पाना उनके लिए कठिन हो जाता है। ऐसे में आयुष्मान भारत योजना उनके लिए एक सहारा बनेगी।
आयुष्मान भारत योजना से क्या होगा फायदा?
इस योजना के तहत बुजुर्ग हर साल ₹500000 तक का मुफ्त इलाज करा सकेंगे, जिसमें उनके स्वास्थ्य से जुड़ी कई प्रमुख बीमारियों का इलाज शामिल होगा। यह एक बड़ी राहत है, क्योंकि बुजुर्गों के इलाज पर भारी खर्चा आता है। सरकार के इस कदम से बुजुर्गों का आर्थिक बोझ कम होगा और वे बिना किसी चिंता के इलाज करवा सकेंगे।
सरकार ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे बुजुर्गों के पंजीकरण की प्रक्रिया को शीघ्र शुरू करें। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि पंजीकृत बुजुर्गों को आयुष्मान भारत कार्ड शीघ्र मिल जाए, ताकि वे जल्द से जल्द इसका लाभ उठा सकें।
इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को जिम्मेदारी सौंपी है। योजना की निगरानी और सुचारु कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है जो जिलेवार रिपोर्ट लेकर योजना की प्रगति की जानकारी देगी।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत बुजुर्गों के लिए उठाया गया यह कदम बेहद सराहनीय है। इससे न केवल बुजुर्गों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। 48 लाख बुजुर्गों को मिलने वाला यह लाभ उनके जीवन को आसान बनाने में सहायक साबित होगा।
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