MP News: अथिति शिक्षकों को दीपावली से पहले मिलेगी नियुक्ति, मध्य प्रदेश सरकार ने जारी किए आदेश
MP News: मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई है, जिसमें यह आदेश दिया गया है कि सभी सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति दीपावली से पहले की जानी चाहिए। यह आदेश स्कूल शिक्षा विभाग के तहत लोक शिक्षण संचालनालय, भोपाल द्वारा जारी किया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि सभी स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था सही तरीके से चलती रहे और किसी भी स्कूल में शिक्षकों की कमी न हो।
अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित निर्देश
लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी शाला प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाएं और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी पद खाली न रहे। यदि किसी आवेदक का आवेदन अस्वीकार किया जाता है, तो इसका कारण GFMS पोर्टल पर स्पष्ट रूप से दर्ज किया जाना चाहिए। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह कदम बेहद जरूरी है।
GFMS पोर्टल पर आवेदक की प्रक्रिया
अतिथि शिक्षक बनने के इच्छुक आवेदकों को GFMS (Guest Faculty Management System) पोर्टल पर लॉगिन करना होगा और वहां से शाला प्रभारी को नियुक्ति के लिए अनुरोध भेजना होगा। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जा रही है, जिससे किसी प्रकार की दिक्कत या देरी न हो। आवेदकों को अपने आवेदन में संबंधित शाला का विकल्प पहले से भरना होगा, ताकि वे उस शाला में शिक्षक के तौर पर काम कर सकें।
शाला प्रभारियों की जिम्मेदारी
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी आदेश में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि शाला प्रभारी को आवेदकों के अनुरोध का मूल्यांकन समय सीमा के अंदर करना होगा। शाला प्रभारी को यह देखना होगा कि संबंधित शाला में पद उपलब्ध है या नहीं और क्या उस शाला में अतिथि शिक्षक की आवश्यकता है। इसके आधार पर वे आवेदन को स्वीकार या अस्वीकार करेंगे। यदि आवेदन को अस्वीकार किया जाता है, तो इसका कारण विस्तार से GFMS पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। यह आदेश सुनिश्चित करता है कि सभी शाला प्रभारियों को यह कार्य 25 अक्टूबर 2024 की शाम 5 बजे तक पूरा करना होगा।
अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए सरकार ने यह भी कहा है कि अगर किसी शिक्षक का आवेदन अस्वीकार होता है, तो उसका उचित कारण दर्ज किया जाए। इससे आवेदक को पता चल सकेगा कि उनका आवेदन क्यों अस्वीकार किया गया और वे भविष्य में किस तरह से सुधार कर सकते हैं। इस प्रक्रिया से जवाबदेही बनी रहती है और आवेदकों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया भी स्पष्ट हो जाती है।
अतिथि शिक्षकों की भूमिका
मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का उद्देश्य स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना है। विशेषकर ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में जहां शिक्षक की कमी होती है, वहां अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति अत्यंत आवश्यक हो जाती है। ये शिक्षक सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर काम करेंगे और शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में अपना योगदान देंगे।
प्रक्रिया की समयसीमा
यह आदेश विशेष रूप से इस बात पर जोर देता है कि शाला प्रभारियों को 25 अक्टूबर 2024 की समय सीमा के अंदर पूरी प्रक्रिया को निपटाना है। इस समयसीमा का पालन सुनिश्चित करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि दीपावली से पहले सभी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति पूरी हो सके और शिक्षा का कार्य बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ सके।
सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति न केवल सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करेगी, बल्कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता भी सुधरेगी। उम्मीद है कि शाला प्रभारी और आवेदक मिलकर इस प्रक्रिया को सफल बनाएंगे और दीपावली से पहले सभी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति पूरी हो जाएगी। GFMS पोर्टल के माध्यम से यह प्रक्रिया और भी सरल और पारदर्शी हो गई है, जिससे आवेदक और शाला प्रभारी दोनों के लिए यह प्रक्रिया सुविधाजनक होगी।
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