MP Weather Hike Alert : आज से मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। कई संभागों में तेज बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। इसके साथ ही दो सिस्टम भी सक्रिय होने वाले हैं। जिसका असर मध्य प्रदेश पर देखने को मिलेगा. मध्य प्रदेश में एक बार फिर से मानसून की सक्रियता बढ़ने वाली है। 2 सितंबर से मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव होगा। जबलपुर संभाग में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
MP Weather Hike Alert
इससे पहले 10 दिनों तक मध्य प्रदेश में मानसून पर ब्रेक लग गया था। हालांकि 28 शहरों में तापमान में इजाफा भी देखने को मिला है। बारिश का दौर थमने के कारण किसान चिंतित हो रहे हैं। सोयाबीन की फसलों के सूखने की आशंका बढ़ गई है जबकि मौसम विभाग के मुताबिक 2 सितंबर से कई क्षेत्रों में बारिश से मौसम सुहावना बनेगा।
पूर्वी हिस्से से मध्य हिस्से तक तेज बारिश की चेतावनी
प्रदेश के जबलपुर, शहडोल संभाग, पूर्वी हिस्से से मध्य हिस्से तक तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। ग्वालियर चंबल नर्मदा पुरम सहित भोपाल, इंदौर, उज्जैन में भी मौसम बदलने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। हालांकि इन क्षेत्रों में मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
यहाँ बढ़ा तापमान
इससे पहले राजधानी भोपाल में तेज धूप खिली रही। ग्वालियर में भी तापमान बढ़कर 36% पहुंच गया है जबकि टीकमगढ़ के अलावा धार, गुना, नर्मदा पुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, रायसेन, रतलाम, छिंदवाड़ा, दमोह, खजुराहो, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, उमरिया, मलाजखंड, छिंदवाड़ा में भी तापमान 30 से 32 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
मौसम की स्थिति की बात की जाए तो मानसून द्रोणिका के दूसरे छोर हिमालय की तलहटी में स्थित है। वहीं प्रदेश के उत्तरी भाग के मध्य में हवा के ऊपर एक चक्रवात बना हुआ है ! लेकिन कमजोर होने की वजह से इसका विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि 2 से 3 सितंबर के बीच मध्य प्रदेश में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू होने का पूर्वानुमान जारी किया गया है।
बारिश में 14% की कमी रिकॉर्ड
मध्य प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस सीधी का रिकॉर्ड किया गया है। वही तीन से चार दिनों में बारिश की संभावना बढ़ गई है। हालांकि दक्षिणी क्षेत्र में छिटपुट बारिश जारी रहेगी। इससे पहले मध्य प्रदेश में इस सीजन में 1 जून से बुधवार तक कुल 661.7 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की गई है। सामान्य की तुलना में बारिश में 14% की कमी रिकॉर्ड की गई है सामान्य वर्षा के लिए मध्य प्रदेश में 773.7 मिली मीटर बारिश होना अनिवार्य है।
मानसून पर अल नीनो का प्रभाव देखा जा रहा था जिसके कारण बारिश थम सी गई थी। वही सितंबर के पहले सप्ताह में 3 मौसम प्रणाली सक्रिय हो सकती है। जिसके बाद शहडोल संभाग में तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। आज उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर और भोपाल में कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी देखी जा सकती है जबकि 3 सितंबर से बादलों के आगमन के बाद तेज बारिश का भी पूरा अनुमान जारी किया गया है।
इन क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान
अगले 24 घंटे के दौरान रीवा, सागर, चंबल ग्वालियर सहित जबलपुर, उज्जैन, इंदौर, भोपाल , नर्मदा पुरम संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। इसके अलावा 5 से 6 सितंबर के बीच मानसून की रेखा में भी बदलाव की आशंका जताई गई है। पाकिस्तान और राजस्थान के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। जिसके कारण प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा चलने का भी पूर्वानुमान जारी किया गया है।