(कैलाश सेजकर)
पाकिस्तान में बिलोचिस्तान के स्वतंत्रता की मांग बर्षो से उठ रही है। जब पाकिस्तान बना था उसी दखरानि बिलोच नेता पाक राजनेताओ की चालाकी शिकार हुए और बिलोचिस्तान को पाकिस्तान के अधिकृत करार दे दिया गया था। इसके बाद पाक आर्मी द्वारा यहां विद्रोह को क ई दबाया गया। यहां के युवाओ महिलाऐ लड़कियो पर बहुत अत्याचार किए। पाक के अत्याचारो के विरुद्ध बीएलए उठ कर खड़ी हुई और अब स्वतंत्र राष्ट्र की मांग उठा रही है।
हमें स्वतंत्र राष्ट्र की मान्यता दो
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होने अपना राष्ट्रीय ध्वज पाकिस्तान की कई इमारतो पर फहरा दिया है। 71 विशेष क्षेत्रो पर कब्जा किया है पाकिस्तान की सेना वहां से भाग रही है। पाक सेना और बीएलए के बीच संघर्ष चलता रहता है। बिलोचिस्तान का कहना भारत हमे स्वतंत्र राष्ट्र की मान्यता दे दिल्ली में हमारा राजदूत हो।
भारतीय हमले के घाव अभी हरे है
अभी पाकिस्तान भारत के हुए हमलो के घाव पर जैसे तैसे मरहम लगाने की कोशिश कर रहा है। अंतर्राष्टरीय स्तर पर भी किरकिरी हो रही है।स्थानीय आवाम भी सवाल उठा रही है। वही इमरान खान के समर्थक भी सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे है। इधरबिलोचिस्तान की स्वतंत्रता का मुद्दा परेशान किया जा रहा है।
अफगान और सिंध से भी मिल रही धमकियां
पाकिस्तान और अफगानिस्तान की बार्डर को डूरंड रेखा कहा जाता है यहां पर सीमा को लेकर विवाद दोनो अपने अधिपत्य को लेकर विवाद करते आ रहे है। पाकिस्तान का तीसरा मुद्दा सिंध प्रांत का है जहां के लोग हमेशा पाकिस्तान आर्मी और राजनेताओ के द्वारा सताए जाते रहे आज वहां विद्रोह की चिंगारी भड़क रही है।
भारत से मदद की आस
अगर भारत ने जरा सा भी कूटनीतिक प्रयास किया और बिलोचिस्तान अफगानिस्तान और सिंध प्रांत के नेताओ से बात की या मदद का भरोसा दिलाया तो पाकिस्तान के चार टुकडे़ की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है।बिलोचिस्तान की नेता नायला कादरी जिन्हे वहां के लोगो प्रधानमंत्री के रुप में देखते उन्हे उम्मीद भारत के प्रधानमंत्री उन्हे स्वतंत्र कराने मदद करेंगे।