कांग्रेस नेत्री सरला मिश्रा हत्याकांड मे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर लगे गम्भीर आरोप, 28 साल पुराने सरला मिश्रा हत्याकांड की दुबारा खुली फ़ाईल
सरला मिश्रा के भाई का आरोप राजनीतिक साजिश के तहत हुई हत्या
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह कहां बाबा रामदेव को शरबत जिहाद पर घेरने चले थे पता चला अब राजा साहब मुश्किल में फंसते नज़र आ रहे। मामला 28 साल पुराने कांग्रेस नेता सरला मिश्रा हत्याकांड की फाइल एक बार फिर से खुल रही है। जिसे भोपाल की जिला अदालत ने दोबारा से जांच के आदेश दिए हैं। ज्ञात हो कि इस मामले में सरला के भाई ने दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या थी घटना
यह मामला करीब 28 वर्ष पुराना है। 14 फरवरी 1997 को सरला मिश्रा भोपाल के साउथ टीटी नगर स्थित सरकारी आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में जल गई थीं। उन्हें इलाज के लिए पहले हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली ले जाया गया था, जहां 19 फरवरी 1997 को उनकी मौत हो गई।
अनुराग मिश्रा ने क्या कहा
सरला के भाई अनुराग मिश्रा का कहना है कि उनकी बहन सरला मिश्रा 14 फरवरी 1997 को संदिग्ध अवस्था में जली हुई पाई गई थीं। पुलिस ने उस समय इस मामले में आत्महत्या का मामला दर्ज किया था, जबकि वो मामला हत्या का था।
पूर्व मुख्यमंत्री और उनके भाई का नाम सामने आया था
इसी मामले में दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह का नाम भी सामने आया था। ऐसे आरोप थे कि सरला की हत्या राजनीतिक साजिश के तहत की गई थी। जब सरला मिश्रा का 1997 मे सरला मिश्रा की मौत के समय प्रदेश में कांग्रेस सरकार थी और दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे।
सरला मिश्रा की मौत के मामले में टीटी नगर थाने से केस खात्मा रिपोर्ट को न्यायालय ने नामंजूर कर दिया है। सरला के भाई अनुराग मिश्रा की आपत्तियों के आधार पर न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी पलक राय ने टीटी नगर पुलिस को मामले की पुन: जांच कर आरोप-पत्र संबंधित न्यायालय में पेश करने का आदेश दिया है। उन्होंने लिखा कि फरियादी की प्रोटेस्ट पिटीशन और खात्मा प्रकरण में साक्षियों के कथन से घटना के संबंध में की गई विवेचना अपूर्ण दिख रही है।