ब्रेकिंग
हरदा जिले मे जिला प्रशासन की नाक के नीचे से चल रहा है खाद की काला बजारी का खेल : मोहन बिश्नोई  भाजपा नेता और पत्रकार की किराना दुकान से बिक रहा खुले आम पेट्रोल ! ◆दो प्रमुख अखबारों की एजेंसी धार... मप्र मौसम: आज 23 जिलों में अच्छी बारिश अन्य जगह हल्की फुहार खिवनी अभ्यारण सामग्री लेकर पहुंचे विधायक, आशीष शर्मा, पीड़ित परिवार ने विधायक और प्रदेश सरकार का मान... यात्री को फ्लाइट में शराब पीने से रोका तो की एयरहोस्टेस से छेड़खानी Aaj ka rashifal: आज दिनांक 29 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे खंडवा: शिक्षिका को छात्र से हुआ प्यार, छात्र ने शादी से किया इंकार, शिक्षिका ने जीवन लीला कर ली समाप... सागर: सेवानिवृत्ति से 2 दिन पहले रिश्वत लेते धराया कृषि अधिकारी ! 50 हजार रुपये की ले रहा था रिश्वत बिग न्यूज नेपानगर : अज्ञात वाहन ने बाइक सवार मां बेटे को मारी टक्कर मौके पर हुई मौत, उपचार कराकर लौट... अखिल भारतीय श्री गुर्जरगौड़ ब्राह्मण महासभा में रोहित तिवारी बने राष्ट्रीय प्रचार मंत्री 

Sirali News: आदिवासी के साथ मानव सुधार पट्टे से मारपीट, जयश के विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस कर्मी ने लौटाए 40 हजार रूपए

दलाल ने गांव जाकर दिया पैसा,जयश कार्यकारी जिला अध्यक्ष सत्यनारायण सुचार बोले बर्खास्त हो पुलिस कर्मी, आदिवासी से थाने में मारपीट, घुस मामले में पीड़ित आदिवासी को लौटाए 40 हजार रुपए –

- Install Android App -

हरदा : सिराली पुलिस थाने में एक आदिवासी शंकर कोरकू को थाने के अंदर बंद कर एक पुलिस कर्मी ने बेरहमी से बेल्ट से मारपीट की गंदी गंदी गालियां दी। उसके बाद मानव सुधार पट्टे से उसे मारने के बाद गांव से जीप में बांधकर थाने तक घसीटने की धमकी भी दी थी। पीड़ित आदिवासी इतने सदमे में था । पुलिस कर्मी के मानव सुधार पट्टे की मार से बचने के लिए उससे 40 हजार मांगे। आदिवासी ने लोगो से कर्ज लेकर पुलिस कर्मी तक राशि भिजवाई। जब उक्त घटना की जानकारी जयश को लगी तो उन्होंने कार्यवाही की मांग की। उसके बाद पहले पीड़ित के द्वारा उक्त पुलिस कर्मी के ऊपर कार्यवाही के लिए जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत की। उसके बाद स्वयं जयश कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर थाना प्रभारी को ज्ञापन देकर तीन दिनों के अंदर चार बिंदुओं पर कार्यवाही की मांग की थी।

जयश कार्यकारी जिलाध्यक्ष सत्य नारायण सुचार ने बताया की में पीड़ित परिवार से मिला था। उनको जिस व्यक्ति के हाथ से चालीस हजार रूपया लिया था। उसने गांव जाकर पीड़ित को राशि लौटा दी। लेकिन अभी आगे जो अन्य बिंदुओं पर कार्यवाही नही हुई। सत्यनारायण सुचार ने कहा की हवलदार को बर्खास्त नही किया गया। और घुसकोरी में शामिल अन्य व्यक्तियो पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई ।
जल्द ही पुलिस अधिकारियों से मिलकर संपूर्ण कार्यवाही की जानकारी लेगे।