दिल्ली: कोख के सौदागरौं का हुआ पर्दाफाश: पुलिस ने एक गिरोह को पकड़ा जो गरीबों के मासूम बच्चों को अमीर दम्पत्तियों को बेचता था
मकड़ाई एक्सप्रेस 24दिल्ली। देश का दिल कहे जाने वाले दिल्ली शहर मे तरह तरह के अपराध हो रहे। अब लूट, झपटमारी छोड़ मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई।
आपरेशन नवजात से खुलासा।
पुलिस ने आपरेशन नवजात की कार्यवाही मे नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त का काले कारोबार का पर्दाफाश किया।
मानव तस्करी करने वाले गिरोह द्वारा गरीब परिवारों के मासूम बच्चों को उठाकर दिल्ली-एनसीआर के अमीर नि:संतान कपल को बेचता था।
कई राज्यो मे नेटवर्क है
द्वारका जिला पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए गुजरात, राजस्थान और दिल्ली में फैले इस सिंडिकेट के तीन सदस्य यास्मीन, अंजलि और जितेंद्र को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से महज 3-4 दिन का एक नवजात शिशु भी मिला है। इस रैकेट की मास्टरमाइंड 40 वर्षीय महिला सरोज अभी भी फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
गिरोह ने 30 से ज्यादा बच्चों का किया सौदा
पुलिस जांच में जो बातें सामने आई हैं वह और भी चौंकाने वाली हैं। अब तक इस गिरोह ने 30 से ज्यादा बच्चों को दिल्ली-एनसीआर के अमीर परिवारों को बेचा है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सरोज के कहने पर वे राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती इलाकों से गरीब तबके के बच्चों को चोरी करते थे। खासकर गुजरात-राजस्थान बॉर्डर के पाली इलाके में आदिवासी समाज के बच्चों को निशाना बनाया है ये लोग गुमराह कर या फुसलाकर उनके बच्चों को ले जाते थे।
मामले में पुलिस ने बताया
दिल्ली पुलिस के द्वारका जिले के DCP अंकित चौहान ने बताया कि उनकी टीम पिछले 20 दिनों से एक गुप्त सूचना पर काम कर रही थी। 8 अप्रैल को उत्तम नगर से इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस अब उन अमीर परिवारों की पहचान करने में जुटी है जिन्होंने इन बच्चों को खरीदा है। इन परिवारों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।