PM Mudra Loan Yojana : मॉडर्न युग में हर किसी का तमन्ना पैसा कमाना होती है, जिसके लिए पहली इच्छा सरकारी नौकरी को मानते हैं। बढ़ती बेरोजगारों की भीड़ के चलते सरकार नौकरी लेना लोहे के चने चबाना जैसा काम हो गया है। इस बीच अगर आपके पास कोई काम नहीं और पैसा कमाने की सोच रहे हैं तो प्लीज बिल्कुल भी देरी नहीं करें।
PM Mudra Loan Yojana
हम आपको एक सुनहरा अवसर बताने जा रहे हैं, जिससे जुड़कर आप मोटी इनकम कर सकते हैं। सरकार ने एक ऐसी स्कीम का आगाज किया गया है, जिसकी सहायता से आप कोई भी बिजनेस खड़ा कर सकते हैं। इतना ही शानदार बिजनेस से आप सामान्य नौकरी तक आराम से पैसा कमा सकते हैं, जो मौका हाथ से निकाला तो फिर अफसोस करना होगा। सरकार द्वारा शुरू की गई इस स्कीम का नाम पीएम मुद्रा लोन योजना है, जिससे जुड़कर आप अमीर बनने का ख्वाब पूरा कर सकते हैं। इस योजना से एक मुश्त मोटा लोन देने का काम किया जा रहा है।
पीएम मुद्रा लोन योजना से जुड़ी जरूरी जानकारी
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम मुद्रा लोन योजना हर किसी को अमीर बनाने का काम कर रही है, जिससे जरूरतमंदों व ग्रामीण इलाकों में नॉन-कॉरपोरेट स्मॉल उद्यमों को शुरू करने या उनके विस्तार के लिए स्कीम का आगाज किया गया है। धाकड़ योजना के अनुसार, लोगों को मैक्मिमम 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जा रहा है, जिसका फायदा लोग साल 2015 से उठा रहे हैं।
सरकार ने अप्रैल 2015 में इस स्कीम का आगाज किया था। इसके साथ ही योजना से मिलने वाली लोन की राशि को तीन कैटेगरी में बांटा गया है, जिसके अनुसार अलग-अलग राशि तय की गई है। तीनों कैटेगरी में शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन हैं। जैसी कैटेगरी वैसा ही पैसा दिए जाने का काम किया जा रहा है, जो हर किसी का दिल जीत रहा है।
कैटेगरी के हिसाब से प्राप्त करें लोन
पीएम मुद्रा लोन योजना में में कैटेगरी के हिसाब से पैसा मिल रहा है, जिससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होग। इसमें शिशु लोन के तहत 50,000 रुपये तक का कर्ज मिल रहा है। अगर आप किशोर लोन का फायदा लेना चाहते हैं तो 5 लाख रुपये तक की राशि देने का काम किया जा रहा है।
PM Mudra Loan Yojana
तरुण लोन के साथ लोगों को 10 लाख रुपये तक का लोन प्रदान किया जा रहा है, जो किसी बड़ी सौगात से कम नहीं है। लोन राशि प्राप्त करने के लिए आपको आवेदन करना होगा, जिसके लिए किसी तरह का चार्ज नहीं लगता है। ब्याज दर बैंक अपने हिसाब से ले सकते हैं, जिनमें मामूली अंतर होता है। वैसे आधिकारिक रूप से तो ब्याजदर 9 से 12 फीसदी प्रतिवर्ष हैं।