सुनील पटल्या गुर्जर बेड़िया। शास्त्रों में उल्लेख है कि श्री ऋषभदेव भगवान के दीक्षा के बाद उनके पुत्रों तथा पुत्रियों ने भी आर्यिका दीक्षा ली थी। वर्तमान युग में भी पौराणिक इतिहास दृष्टिगत हो रहा है साधना दीदी के पिता तिलोकचंद जी ने श्रवणबेलगोला में दीक्षा ग्रहण कर मुनि श्री 108 चारित्र सागर जी महाराज बने। इन्हीं के परिवार से छठवीं दीक्षा होने जा रही है उन्हीं के पद चिन्हों पर चलकर दीक्षा 5 अक्टूबर दशहरे के दिन वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री 108 वर्धमान सागर जी महाराज के हाथों महावीर जी तीर्थ क्षेत्र मैं होना है ।आप के चरण बैड़िया नगरी में भी पडे़ हम सभी का सौभाग्य है दीक्षा से पहले सभी समाज जन को दीक्षार्थी को सम्मान करने का मौका मिले उनके जैसे संयम के पथ पर चलने का हम सभी को भी अवसर मिले। इस अवसर पर समाज अध्यक्ष महेंद्र जैन, सावन जैन, धर्मेंद्र जैन, कैलाश जटाले, पंकज जटाले, नरेंद्र जटाले, कविता जटाले, अनीता जटाले सहित समाज जन उपस्थित थे।
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