दिल्ली में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने के बाद आम आदमी पार्टी दूसरे राज्यों में भी अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश में है। इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक उत्तराखंड के दौरे पर हैं। हालांकि अभी विधानसभा चुनाव होने में 6 महीने से ज्यादा का समय बचा है, लेकिन पार्टी ने अभी से माहौल बनाना शुरु कर दिया है। आम आदमी पार्टी इस बार उत्तराखंड में पूरे जोर-शोर से चुनाव लड़ने जा रही है और प्रदेश की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सत्ता में आने पर दिल्ली मॉडल अपनाने का भरोसा दिलाते हुए बिजली, पानी, खेती और ऐसे अन्य मुद्दों को प्राथमिकता से हल करने का वादा किया।
उत्तराखंड में AAP के विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद यह केजरीवाल का यह पहला उत्तराखंड दौरा है। पार्टी प्रदेश की सियासत में खुद को एक विकल्प के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रही है। अरविंद केजरीवाल ने बड़े सलीके से मुख्यमंत्री के मुद्दे पर सत्ताधारी दल को घेरा। उन्होंने कहा – उत्तराखंड के नेताओं ने राज्य को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सत्ताधारी दल के पास सीएम नहीं है। 70 साल में पहली बार किसी पार्टी ने कहा कि उसका सीएम बेकार है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत जल्दी वापस आऊंगा और सीएम फेस की घोषणा करुंगा।
अरविंद केजरीवाल ने सत्ता में आने पर खास तौर से बिजली के मामले में जनता को राहत देने का ऐलान किया। उन के वादों में आम उपभोक्ताओं को 300 यूनिट तक फ्री बिजली, पुराने बिल की माफी, किसानों को मुफ्त बिजली और 24 घंटे लगातार बिजली सप्लाई करना शामिल है। दिल्ली के विकास का उदाहरण पेश करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में 70 साल से जो काम नहीं हुए हैं, उन्हें दिल्ली में कुछ ही सालों में पूरा कर लिया गया है। मैं उत्तराखंड के लोगों विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम अच्छे स्कूल बनाएंगे और बिजली, पानी, खेती आदि पर काम करेंगे।