मकड़ाई समाचार बिहार |सरकार ने बेगूसराय सदर अस्पताल को भले ही प्रथम स्थान देकर बड़ी पुरस्कार राशि दे दी। लेकिन यहां समुचित तरीके से इलाज होना तो दूर शव ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं मिलता है। मजबूर होकर परिजन शव को बाइक और ई-रिक्शा से शव ले जाने के लिए मजबूर होते हैं। जबकि दिनभर सदर अस्पताल में कई एंबुलेंस खड़ा रहता है। इसी तरह का एक मानवता को तार-तार करने वाला एक मामला सामने आया है। जब नगर क्षेत्र के हर्रख निवासी एक महिला की सदर अस्पताल में मौत हो गई।
मौत के बाद ई-रिक्शा से शव ले जाते हैं
परिजन शव घर ले जाने के लिए सदर अस्पताल के पदाधिकारियों से एंबुलेंस की गुहार लगाते रहे। लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। ई-रिक्शा से शव ले जाते देख लोगों में अस्पताल प्रबंधन के प्रति काफी गुस्सा है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन कुछ बोलने को तैयार नहीं है।बुलेंस देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद बाइक पर शव ले जाने लगा जिसके बाद दिक्कत होने लगा फिर ई-रिक्शा भाड़ा कर लाश उससे लेकर घर जा रहे हैं।