रतलाम। करीब साढे 13 वर्षीय बालिका से सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने के मामले के मामले में गिरफ्तार करने के बाद पुलिस थाना बिलपांक से भागे दूसरे आरोपित दीपला उर्फ दीपक निनामा निवासी ग्राम गुर्जरपाड़ा को बुधवार सुबह ग्राम ढोलका में ग्रामीणों ने पकड़ लिया। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। ग्रामीणों के अनुसार आरोपित दीपक सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे ग्राम ढोलका स्थित ग्राम पंचायत भवन के सामने से पैदल जा रहा था, तभी उसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अंगूरबाला ने देखकर पहचान लिया। उसने ग्रामीणों को आवाज लगाकर कहा कि युवक को पकड़ो, यह थाने से भागने वाला ही है। इसके बाद ग्रामीण उसे पकड़ने दौड़े तो उसने भी दौड़ लगा दी। करीब एक किलोमीटर तक पीछा करने के बाद उसे ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस गांव पहुंची और दीपक को थाने ले गई। अंगूरबाला ने बताया कि पुलिस चौकी से उसका फोटो वाट्सएप पर आया था। उसने फोटो देखा था, इसलिए दीपक को देखते ही उसे पहचान लिया था। उल्लेखनीय है कि 5 सितंबर 2020 की शाम किराना सामान लेकर घर लौट रही बालिका का अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। उससे दुष्कर्म करने के बाद उसकी तालाब में डूबाकर हत्या कर शव खेत में फेंक दिया गया था।
दूसरे दिन सुबह शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि वारदात को कालू निनामा, उसके चचेरे भाई रवि निनामा (मूकबधिर) व दीपला उर्फ दीपक निनामा तीनों निवासी ग्राम गुर्जरपाड़ा ने अंजाम दिया है। खोजबीन कर तीनों को 7 सितंबर को गुर्जरपाड़ा के एक कुएं के पास से गिरफ्तार किया गया था। शाम को तीनों को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल से तीनों को पुन: थाने ले जाया गया था। रात करीब साढ़े आठ बजे जीप से उतारकर थाने में ले जाते समय धक्का-मुक्की कर दीपक व रवि भाग गए थे। रवि को मंगलवार सुबह ग्राम बदनारा के जंगल से पकड़ा लिया गया था।