मकड़ाई समाचार दिल्ली। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस पद से इस्तीफा देने के बाद से पार्टी के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है। जम्मू कश्मीर में जहां राजनीतिक दल इस वर्ष चुनावों के लिए तैयारियों में जुटे हैं तो वहीं, कांग्रेस पूरी तरह से टूट के कगार पर आ गई है। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने के बाद से इस पार्टी को एकजुट रख पाना कांग्रेस हाईकमान के लिए कठिन हो गया है। आजाद के इस्तीफे के बाद आज केंद्र शासित प्रदेश में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता इस्तीफा दे सकते हैं। इसके संकेत खुद पूर्व एमएलसी नरेश गुप्ता ने इस्तीफा देने के बाद दिए हैं।
इसके बाद आजाद ने शनिवार को अपने आवास पर कुछ पूर्व विधायकों सहित जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं से मुलाकात भी की थी। वो जल्द ही प्रदेश में नई पार्टी बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। आज उन्होंने जम्मू कश्मीर के लिए रणनीति बनाने के लिए 11 बजे बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक की अध्यक्षता जीएम सरूरी और चौधरी मोहम्मद अकरम करेंगे, जिन्होंने आजाद के बाद पार्टी छोड़ दी है। बैठक के दौरान आजाद के 4 सितंबर को जम्मू में शक्ति प्रदर्शन (शक्ति प्रदर्शन) की रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी।