मकड़ाई समाचार हंडिया। गौरतलब है कि विगत कुछ दिनों से तहसील क्षेत्र हंडिया के ग्रामों में ग्रामीण आबादी भूमि में भूस्वामित प्रमाण पत्र प्रदाय योजनांतर्गत सर्वे कार्य चल रहा है। शनिवार को तहसील क्षेत्र हंडिया के ग्राम मालपौन में ड्रोन सर्वे पूर्व आबादी सर्वे हेतु आबादी भूमि की सीमा चिन्हित कर आउट लाइन का कार्य किया जा रहा था। तभी ग्राम के कुछ लोगों ने सर्वे दल से पूछा कि ये चूना पोतने का क्या काम चल रहा है। तब इस सर्वे के उद्देश्य के बारे में ग्राम ही चौपाल पर हंडिया आरआई संतोष पथोरिया ने बताया कि यह राज्य सरकार की एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। इसमें ग्रामीण आबादी झेत्र के अंदर जो लोग निवासरत हैं। लेकिन कृषि भूमि/लगानी या भूमिस्वामियों की भूमि की तरह उनके पास कोई प्रमाण पत्र/दस्तावेज या शासकीय अभिलेख नहीं होता है। जिसमें यह लिखा हो कि यह भूमि किसके स्वामित्व की है। इसलिए अब आबादी भूमि का सर्वे कर इस भूमि में जो लोग निवासरत हैं। उनकों भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र प्रदाय किया जावेगा। जिससे कि वो उस आबादी भूमि के भूस्वामित के अधिकारी बन सकें। और उस भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र के आधार पर बैंक लोन या अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ ले सकें। इस सर्वे में आबादी भूमि में निवासरत लोगों के आधार कार्ड, समग्र आईडी व मोबाईल नंबर की जानकारी भी एकत्रित कर बुकलेट तैयार की जा रही है। एवं उनके द्वारा काबिज भूमि का झेत्रफल व उसकी चतुर्थ सीमा भी लिखी जावेगी। सम्पूर्ण सर्वे उपरांत इस आबादी भूमि का अधिकार अभिलेख भी तैयार किया जावेगा। आज ग्राम मालपौन में ड्रोन सर्वे होना था लेकिन अपरिहार्य कारणों से अब ये ड्रोन सर्वे बाद में होगा। प्रथम चरण में मध्यप्रदेश के सत्रह जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर उक्त सर्वे चल रहा है,जिसमें हरदा जिला भी शामिल है। आज सर्वे दल में मौके पर आरआई हंडिया संतोष पथोरिया ग्राम पटवारी रमेश नाग, ग्राम पंचायत सचिव सुरेश जाट, सरपंच साब व अन्य ग्रामीणों के साथ कोटवारगण भी उपस्थित रहे।
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