मकड़ाई समाचार भोपाल | मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती अपनी स्पष्टवादिता और बेबाक के लिए प्रसिद्ध है। जिन वादो और मुद्दो के लिए आमजनता के मध्य जाकर चुनाव में वादे करती है फिर उसे निभाती भी चाहे इसके लिए उन्हे मुख्यमंत्री का पद ही क्यूं न छोड़ना पडे़। उनकी हमेशा यही शिकायत रहती है कि चुनाव जीतने के वाद नेता अपने किए वादे भूल जाते हैं।
उमाभारती भाजपा की फायरब्रांड नेता शराबबंदी को लेकर लगातार मुखर हैं अवैध शराब की बिक्री पर लगाम लगाने के उद्देश्य कई दुकानों पर धरना प्रदर्शन भी किया हैं और गाहेबगाहे अपनी ही पार्टी की सरकार को घेर रही हैं। इससे विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं को भी सरकार पर हमलावर होने का मौका मिल रहा है। अब उमा ने इस मामले में सीधे कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को नसीहत दी है। उमा ने कमल नाथ को दो.टूक संदेश देते हुए कहा कि वह मेरे और शिवराज के बीच ना आएं।
मेरे और शिवराज जी के बीच में मत आइए
उमा भारती ने ट्वीट करते हुए कमल लाथ से कहा कि मैंने शिवराज जी को शराब नीति पर अपने परामर्श भेज दिये हैं। मैं कमल नाथ जी से कहूंगी कि आप भी उन्हीं को भेज दीजिए। और मेरे और शिवराज जी के बीच में मत आइए। उमा भारती ने अपने अगले ट्वीट में कहा कि मैं भाजपा सरकार या शिवराज जी के खिलाफ नहीं हूं। उनके साथ हूं। मेरे लिए तो शराब मेरी दुश्मन हें और गंगा जी मेरी इष्ट हैं।
उमा भारती नई शराब नीति को लेकर पहले ही सुझाव दे चुकी हैं कि स्कूल, कॉलेज, धार्मिक स्थल, अस्पताल के आसपास शराब दुकान नहीं होनी चाहिए और शराब पिलाने के अहाते भी बंद किए जाने चाहिए। इस मोर्चे पर उन्होंने पिछले दिनों भोपाल में एक मंदिर में तीन दिनों तक डेरा डाला था और इसके बाद ओरछा पहुंचकर भी एक शराब दुकान के आगे गाय बांध दी थी।