कार्डियाेलॉजी में जमीन पर लेटे थे मरीज, मंत्री ने कहा-मेरे ग्वालियर छाेड़ने से पहले सारे मरीज बेड पर हाेना चाहिए
मकड़ाई समाचार ग्वालियर। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने ग्वालियर प्रवास के दाैरान शनिवार काे जयाराेग्य अस्पताल का निरीक्षण किया। जब वह कार्डियाेलॉजी विभाग में पहुंचे ताे यहां पर मरीजाें काे जमीन पर लेटा देख कारण पूछा, इस पर एचआेडी ने बताया कि यहां पर अंचल ही नहीं दूसरे राज्याें से भी मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। मरीजाें की संख्या के मुकाबले बेड की संख्या कम है। इस पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने जीआर मेडिकल कॉलेज के डीन एवं जेएएच अधीक्षक डा आरकेएस धाकड़़ काे निर्देश दिए कि कार्डियाेलॉजी में बीस बेड बढ़ाए जाएं। अधिकारियाें ने जब साधारण निर्देश समझकर आेके कहा ताे मंत्री ने कहा कि आेके से काम नहीं चलेगा, मेरे ग्वालियर छाेड़ने से पहले वार्ड में बेड बढ़ जाना चाहिए आैर सभी मरीज बेड पर हाेना चाहिए।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग से इस दाैरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह ताेमर ने भी मुलाकात की है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री निरीक्षण के दाैरान जब जेएएच की पत्थर वाली इमारत में पहुंचे ताे यहां पर काफी जगह गंदगी पसरी हुई थी। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आप लाेग क्या देखते हैं, इतनी गंदगी फैली हुई है। मंत्री ने निर्देश दिए कि सफाई का काम संभालने वाली यूडीएस कंपनी का एक माह का भुगतान राेक दिया जाए। खबर लिखे जाने तक मंत्री का निरीक्षण जारी था।
केवल जांच करा रहे हैं, इलाज ताे मिला ही नहीं
मंत्री जब कार्डियाेलॉजी की इमारत से बाहर निकले ताे एक 81 वर्षीय महिला भाैती बाई स्ट्रेचर पर लेटी हुई दिखाई दी। जब मंत्री ने महिला से पूछा ताे उसने बताया कि डाक्टर ने जांच लिखी है। जब पर्चा देखा ताे उस पर किसी डाक्टर का नाम ही नहीं लिखा था। इस पर मंत्री ने जेएएच अधीक्षक से नाराजगी जताते हुए कहा कि पर्चे पर डाक्टर का नाम तक नहीं, किसने लिखी है यह जांचे, कैसे पता चलेगा। चार दिन से महिला की जांच ही चल रही है ताे इलाज कब मिलेगा। अधीक्षक ने तुरंत इलाज शुरू कराने का आश्वासन दिया। मंत्री ने निरीक्षण के दाैरान कार्डियाेलॉजी एवं सर्जरी, मेडिसिन विभाग में भी मरीजाें से बातचीत की आैर शासन की याेजनाआें का लाभ मिल रहा है या नहीं जानकारी ली।
आठ दिन से चक्कर लगा रही हूं, नहीं हुई एमआरआइ
मंत्री जब सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पहुंचे ताे यहां पर एक महिला ने बताया कि वह आठ दिन से चक्कर लगा रही है, लेकिन उसके बच्चे की एमआरआइ अब तक नहीं हुई है। इस पर मंत्री ने सख्त नाराजगी जाहिर की है। साथ ही अब एमआरआइ सुविधा 24 घंटे शुरू रखने के निर्देश दिए हैं।