कृषि मंत्री कमल पटेल की विवादित सोशल मीडिया पोस्ट जयश संगठन ने राज्यपाल के नाम थाने में दिया ज्ञापन, कार्यवाही की मांग की
महू में आदिवासी युवती के साथ गेगरेप व आदिवासी युवक की हत्या करने वाले दोषी पुलिस अधिकारी पर हो कार्यवाही
मकड़ाई समाचार सिराली। जयस आदिवासी युवा संगठन ने सिराली थाने मे राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमे बताया गया कि कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा सोशल मीडिया पर जयश को आदिवासी विरोधी बताया गया। जो कि आदिवासी जनजाति महासंघ समाज कि भावनाओं के साथ खिलवाड़ एवं ठेस पहुंचाई है। वहीं आपको बता दें कि महू इंदौर जिले के अंतर्गत एक आदिवासी महिला के साथ बलात्कार कर उसे मार दिया गया। उसके खिलाफ आदिवासी समाज विरोध प्रदर्शन कर रहा था। जिसमे पुलिस प्रशासन ने एक आदिवासी समाज के व्यक्ति कि हत्या कर दी एवं एक महिला को गंभीर रूप से चोट आई है। जिस अधिकारी ने गोली चलाने के आदेश दिये एवं जिसमे फायरिंग कि उन्हे नौकरी से तुरंत बर्खास्त किया जाये।
क्या है मामला
जयस संगठन के राकेश काकोडीया ने बताया कि आदिवासी जनजाति महासंघ समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है और यह माफी योग्य नहीं है। कृषि मंत्री कमल पटेल को इस बात के लिए माफी मांगना चाहिए थी। लेकिन माफी नहीं मांगा अपितु पोस्ट को हटा दिया है। लेकिन इस बात से आदिवासियों के दिल में यह बात आहत वाली लग रही है। वहीं महू इंदौर जिले के अंतर्गत एक आदिवासी महिला का बलात्कार कर उसे मार दिया गया। उसके विरोध में आदिवासी समाज विरोध प्रदर्शन कर रहा था जिसमें पुलिस प्रशासन ने फायरिंग करके आदिवासी समाज के एक व्यक्ति की हत्या कर दी और एक महिला को भी गंभीर रूप से चोट पहुंचाई है। आदिवासी संगठन का कहना है कि फायरिंग के आदेश देने वाले अधिकारी एवं फायरिंग करने वाले कर्मचारियों को तुरंत नौकरी से बर्खास्त किया जाए। जिस आदिवासी जनजाति महासंघ समाज कि महिला के साथ बलात्कार हुआ है उसी पर पुलिस प्रशासन ने एफ़.आई.आर दर्ज किया जिसे तुरन्त खारीज किया जाये। न्याय के लिए आंदोलन करने वाले आदिवासी जनजाति महासंघ समाज के लोगो पर भी एफ़.आई.आर दर्ज की गई है उसे भी खारीज किया जाये। जयस आदिवासी युवा शक्ति संगठन जयस समाजिक संघठन है ना कि राजनैतिक पार्टी है। जो कमल पटेल को पद के अनुरूप पोस्ट करना चाहिए था। अतः आई टी एक्ट के तहत कार्यवाही किया जाये एव महु इन्दोर जिला में आदिवासी जनजाति महासंघ समाज के लोगो के उपर फ़ायरिन्ग करने वाले पुलिसकर्मी एव आधिकारीयो पर कार्यवाही किया जाये।