जीएसटी विभाग ने कबाड़ियों के गोदामों पर मारा छापा , स्क्रेप स्टाक रिटर्न में हेर-फेर जानकारी देकर टैक्स चोरी कर रहे थे
मकड़ाई समाचार जबलपुर। जीएसटी विभाग को गलत जानकारी देना व्यापारियों को महंगा पड़ गया। जबलपुर में जीएसटी विभाग की एंटी एवेजिंग टीम ने स्क्रैप का व्यापार करने वाले तीन बड़े व्यापारियों पर गोदामों पर छापा मारा है। जांच के दौरान विभाग के अधिकारियों ने पाया कि इन व्यापारियों ने अपने गोदाम की जानकारी जीएसटी विभाग को गलत दी। इन्होंने जीएसटी विभाग को अपने गोदाम की जो जगह बताई तो वह केवल डमी निकली।इनका वास्तविक स्क्रेप अन्य स्थानों पर भारी मा़त्रा में जमा कर रखा था। जिससे यह जीएसटी में हेर फेर कर सकें। इस के जुगाड़ से अन्य व्यापारियों ने भी अपने अपने अलग गोदाम बना रखें है विभाग को धोखा देने के लिए डमी गोदामों मंे कम माल रखा है। कबाड़ का व्यापार करने वाले अनेक कारोबारियों के द्वारा जीएसटी भुगतान में लापरवाही की बात सामने आने पर इन कारोबारियों पर विभाग की एंटी इवेजिंग टीम ने अपना शिकंजा कस दिया है। बताया जाता है कि जीएसटी रिटर्न में हेर-फेर कर टैक्स चोरी में लिप्त ऐसे कई कारोबारी पिछले कुछ दिनों में जीएसटी विभाग के रडार पर हैं, जो रिटर्न में गलत जानकारी देकर टैक्स चोरी कर रहे थे।
जबलपुर में दी गई इस दबिश के बाद सामने आ रही सूचना के अनुसार जीएसटी विभाग ने मेसर्स अली ब्रदर्स, आयरा इंटरप्राइजेज और चिश्ती इंटरप्राइजेज के घर और गोदाम में छापा मारा। यहां जांच में पाया गया कि अली ब्रदर के संचालक मो. नजरअली ने अपने गोदाम की जानकारी कैंट में बताई, जबकि दस्तावेजों को खंगालने के बाद उनका गोदाम खजरी खिरिया में मिला। वहीं यहां बड़ी मात्रा में स्क्रैप रखा था।
इसके अलावा आयरा इंटरप्राइजेज के सैयद आरिफ अली ने जीएसटी को अपने गोदाम की जानकारी न्यू आनंद नगर में दी, जबकि उनका गोदाम गुरंदी में निकला। इसी तरह चिश्ती इंटरप्राइसेस के नौशाद अली ने भी अपनी गोदाम की जानकारी गुरंदी बताई और जांच में यह गोदाम खजरी खिरिया में मिला।