Crackdown Against PFI : पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। यूपी, केरल, आंध्र, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत देश के 14 राज्यों में PFI के ठिकानों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की छापेमारी जारी है। इनमें केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु प्रमुख रूप से शामिल हैं। कहीं-कहीं कार्रवाई के खिलाफ पीएफआई समर्थकों का गुस्सा भी देखने को मिला है। 100 से अधिक पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया है। इनमें पीएफआई का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी शामिल है। इसके टैब में दिल्ली के एक राज्यसभा सदस्य का नाम भी सामने आया है। एनआईए की इस कार्रवाई के दौरान केवल में विरोध का सामना भी करना पड़ा। भारी संख्या में पीएफआई समर्थक जमा हो गए और एनआईए के खिलाफ ‘गो बैक’ के नारे लगाने लगे। बता दें, हाल के दिनों में कई देश विरोधी गतिविधियों ने PFI की संलिप्तता मिली है।
पीएफआई के अध्यक्ष परवेज और उनके भाई को गिरफ्तार किया गया है। इसके अतिरिक्त पीएफआई के राष्ट्रीय सचिव वीपी नजरुद्दीन को भी हिरासत में लिया गया है। एनआईए की टीम इन्हें अपने साथ लेकर गई है।
देशव्यापी छापेमारी में 106 पीएफआई पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 22 केरल से, 20-20 महाराष्ट्र और कर्नाटक से, 10 तमिलनाडु में, 9 असम में, 8 यूपी में, 5 आंध्र प्रदेश में, 4 मध्य प्रदेश में, 3-3 दिल्ली और पुडुचेरी में और 2 को राजस्थान में गिरफ्तार किया गया है।
तमिलनाडु से मिली जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने कोयंबटूर, कुड्डालोर, रामनाड, डिंडुगल, थेनी और थेनकासी सहित कई स्थानों पर पीएफआई पदाधिकारियों के घरों की तलाशी ली जा रही है। पुरसावक्कम में चेन्नई पीएफआई के हेड ऑफिस है, यहां भी तलाशी ली जा रही है।