योगेश चौहान मकड़ाई समाचार राणापुर झाबुआ। आज देवलफलिया शिव मंदिर पर कावड़ियो का काफिला पहुंचा 17 गावो से शिव भक्त जन आज अति प्राचीन पंचलिग महादेव शिव मंदिर पहुंचे यहां सभी कावडियो ने शुद्ध नर्मदा जल से स्नान कर पंचलिग महादेव जी दर्शन किए उसके पश्चात एक धर्म सभा का आयोजन हुआ उसके पश्चात कावड़ियों को प्रसादी के रूप में फरियाली केले वितरण किए गए सभी कावड़ भक्तो ने प्रसादी ग्रहण करने के पश्चात शिव मंदिर के समीप एक जल धारा गो मुख से बह रही हे जो की नर्मदा का पवित्र जल हे वर्षो से यह जल धारा बहती आ रही हे भीषण गर्मी में भी यह जल धारा बंद नहीं होती है । सभी कावड़ियों ने इसी गो मुख से नर्मदा जल भरा व उसके पश्चात कावड़ यात्री अपने अपने ग्रह ग्राम की और निकल दिए। हर हर महादेव जय श्री महाकाल बम बम भोले के नारों के साथ दो दो की टोली बनाकर कावड़ यात्रा को स्थानीय लोगो ने प्रस्थान करवाया।
कावड़ यात्रियों के स्वागत में ग्रामीण जनो ने प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी फुल वर्षा कर प्रसादी वितरण की यह आयोजन प्रति वर्ष शिव गंगा झाबुआ द्वारा प्रत्येक देव स्थल पर किया जाता है जिसमें सभी शिव भक्त बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हे।
श्रावण माह में प्रति वर्ष कावड़ यात्रा का आयोजन हर क्षेत्र में होता है कावड़ यात्रा को मेरा तीर्थ मेरा गांव अर्थात समृद्धि शाली गांव के रूप में जाना जाता है।
शिव गंगा द्वारा मेरा गांव मेरा तीर्थ सम्पूर्ण समर्धसाली कावड यात्रा का आयोजन वर्ष 2005-2006 में शुरू किया गया था जिसके अंतर्गत झाबुआ जिले के कुल 1231 गांव में शिवलिंग व भोले बाबा की सवारी नन्दी बाबा को हर गांव के चोक में स्थापित किया गया।
काँवड़यात्रा : जन जागरण का इस आयोजन से समाज में सामूहिकता, स्वाभिमान, स्वावलंबन, परमार्थ जैसी भावनाओं का विकास होता है। अलग-अलग आयु वर्ग के परमार्थी लोग ध्यान में आते हैं। शिवगंगा के द्वारा आने वाले अगले महीनों में उनके लिए वनांचल सशक्तिकरण की योजना, गणेश उत्सव के आयोजन, रोगी सहायता केंद्र के कार्यक्रम, किशोरियों और महिलाओं के लिए स्वच्छ गाँव स्वच्छ परिवार के कार्यक्रम, सामाजिक उद्यमिता जैसे आयोजनों में सारे लोगों को अलग-अलग स्वभाव के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाता है। और सब मिलाकर हमारा उद्देश्य है कि पूरा गाँव समृद्धशाली बने इस भावना से कावड़ यात्रा का यह आंदोलन एक जन आंदोलन का बनता जा रहा है।