चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा क्षेत्र में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां के तमलाव गांव के तालाब में नहाने के दौरान डूबने से चार बालिकाओं की मौत हो गई। यह चारों तालाब में नहाने के लिए गई थीं। इसी दौरान पैर फिसलने से वह तालाब में डूब गईं और उनकी मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के ग्राम तमलाव निवासी पप्पु सिंह राजपूत की दो बच्चियां आशा एवं निशा और भाई सुरेंद्र सिंह राजपूत की बच्चियां चिंकी एवं निकी गांव के बाहर स्थित तालाब में नहाने गई थीं। वहां एक बालिका पैर फिसलने से गहरे तालाब में डूबने लगी। उसे बचाने के प्रयास में अन्य तीन बहनें भी तालाब के गहरे पानी में समा गईं। दोपहर तक भी बालिकाओं के घर नहीं लौटने पर परिजन तालाब पर पहुंचे तो बालिकाओं के डूबने का पता चला। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
गांव में शोक का माहौल
सूचना मिलते ही वहां पर बड़ी संख्या में गांववाले जुट गए। ग्रामीणो और पुलिस द्वारा बुलाए गोताखोरों की मदद करते हुए दोपहर बाद चारों बालिकाओं को बाहर निकाल लिया। लेकिन तब तक चारों की मौत हो चुकी थी। चारों के शव रावतभाटा अस्पताल लाकर पोस्टमार्टम करवाए एवं परिजनों को सौंप दिया। चारों बालिकाओं की उम्र दस से बारह साल बताई जा रही है। घटना से गांव में शोक व्याप्त हो गया है। पुलिस ने अकाल मौत का प्रकरण दर्ज किया है।
जिस दौरान परिवार के लोग तंबू लगाने में व्यस्त थे। उसी दौरान बच्चे खेल रहे थे. खेलते-खेलते बच्चे तालाब के पास चले गए। और फिर वो सभी नहाने के मकसद से तालाब में उतर गए। तालाब में नहाते हुए बच्चे गहरे पानी की तरफ चले गए। किसी को भी तैरना नहीं आता था। जिस कारण गहराई में जाते ही बच्चे डूबने लगे। बच्चों की चीख पुकार सुन परिवार के लोग भी तालाब की ओर दौड़ पड़े। परिवार के लोग कुछ करते इतने समय में ही बच्चों की डूबने से मौत हो गई।
जिस दौरान परिवार के लोग तंबू लगाने में व्यस्त थे। उसी दौरान बच्चे खेल रहे थे. खेलते-खेलते बच्चे तालाब के पास चले गए। और फिर वो सभी नहाने के मकसद से तालाब में उतर गए। तालाब में नहाते हुए बच्चे गहरे पानी की तरफ चले गए। किसी को भी तैरना नहीं आता था। जिस कारण गहराई में जाते ही बच्चे डूबने लगे। बच्चों की चीख पुकार सुन परिवार के लोग भी तालाब की ओर दौड़ पड़े। परिवार के लोग कुछ करते इतने समय में ही बच्चों की डूबने से मौत हो गई।
बच्चों की आवाज सुन आस-पास के लोग भी तालाब के नजदीक पहुंचे। लोगों ने बड़ी मशक्कत से बच्चों को तालाब से बाहर निकाला। बच्चों को फौरन पास के अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा दिया जाएगा।