मकड़ाई समाचार सतना। सतना के कोलगवां थाना अंतर्गत रीवा रोड स्थित होटल पार्क की बीती देर रात लिफ्ट गिरने से चार लोग घायल हो गए हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी का पारिवारिक कार्यक्रम चल रहा था। हादसे में घायलों को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज जारी है। पूरे मामले की लिखित शिकायत कोलगवां थाना में देर रात कराई गई जिसके बाद होटल मालिक व प्रबंधक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली गई है। होटल मालिक के खिलाफ तुरंत एफआइआर नहीं की जा रही थी, जिसके बाद थाने में कांग्रेस नेता मशहूद अहमद शेरू सहित बजरंग दल के लोग भी पीड़ित पक्ष की तरफ से पहुंचे जिसके बाद देर रात शिकायत दर्ज की गई।
इस प्रकार हुआ हादसा:
जानकारी अनुसार पन्नी लाल चौक व्यापारी संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता (मुन्ना) के बड़े भाई अनिल गुप्ता की शादी की 25वीं वर्षगांठ पर होटल पार्क में पार्टी का कार्यक्रम रखा गया था। इसके लिए बाकायदा 35 हजार रुपये में 50 लोगों का भोजन बुक कराया गया था। बुधवार रात लगभग 10.15 बजे कार्यक्रम की समाप्ति के बाद रिश्तेदार व शहर के प्रतिष्ठित परिवार के लोग संजय चमड़िया, उर्मिला चमड़िया निवासी सिटी कोतवाली थाना के पीछे और हेमा अग्रवाल व अजीत अग्रवाल दोनों निवासी गांधी चौक कुल चार व्यक्ति होटल की लिफ्ट में प्रवेश कर तीसरी मंजिल से नीचे उतर रहे थे कि अचानक लिफ्ट का तार टूट गया और लिफ्ट सीधे नीचे आ गिरी। मौके पर चीख पुकार मच गई। इस हादसे में चोरों लोग घायल हो गए। हल्ला सुनकर सभी लिफ्ट की तरफ भागे जिसके बाद सभी घायलों को लिफ्ट से बाहर निकाला गया और एम्बुलेंस बुलवाकर निजी अस्पतालों भेजा गया जहां सभी का इलाज जारी है। घायलों को कमर व पैरों में फ्रैक्चर आया है। घटना की सूचना पाकर रात को ही मौके पर कोलगवां थाने का पुलिस पहुंची और लोगों को शांत कराया।
होटल प्रबंधक की दिखी लापरवाही:
रीवा रोड स्थित होटल पार्क में बुधवार रात जब लिफ्ट गिरी तब पारिवारिक कार्यक्रम चल रहा था। बताया जा रहा है कि लिफ्ट खराब थी, लेकिन होटल प्रबंधक ने न तो लिफ्ट में कोई गार्ड व लिफ्ट संचालक बैठाया था न ही लिफ्ट को पूरी तरह से बंद किया था। यहां तक कि घटना होने के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस तक नहीं बुलवाई, न ही पुलिस को सूचित किया। घायलों के स्वजनों द्वारा एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई।
यहां बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है कि जब लिफ्ट खराब थी तो उसे चालू क्यों किया गया और क्यों भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम के दौरान भी कोई गार्ड, या सूचना नहीं लगाई गई। लिफ्ट का समय-समय पर मेंटनेंस नहीं करने का कारण भी हादसे का होना बताया जा रहा है। इसके बाद होटल प्रबंधन के लोग पीड़ित पक्ष पर शिकायत नहीं करने का दबाव बनाते रहे और पुलिस अधिकारियों से भी जोर लगाया की उनकी होटल के खिलाफ प्रकरण न बने लेकिन मामला गरमाने पर आधी रात को पुलिस ने प्रथम दृष्टया, धारा 287 (मशीनरी के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) व धारा 337 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य से चोट पहुंचाना) का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।