मकड़ाई समाचार हरदा/भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भ्रष्टाचार मुक्त भारत के साथ कांग्रेस मुक्त देश के उदघोष का असर कृषि मंत्री कमल पटेल के हरदा जिले में देखने को मिल रहा है। पंचायत चुनाव में जहा कांग्रेस मुक्त जिला सरकार बनी।वही अब हरदा जिले के टिमरनी, सिराली, खिरकिया के साथ हरदा नगर में कांग्रेस मुक्त नगर सरकार बन गई है।त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम सरकार से जिला सरकार कांग्रेस मुक्त बनी है तो दूसरी ओर नगरों के वार्डो में भी कमल खिल उठा है। हरदा जिले में ग्राम से लेकर जिले और नगरों का कांग्रेस मुक्त होने के पीछे जानकार लोगों का मानना है कि पीएम मोदी के उदघोष के साथ किसान नेता एवं कृषि मंत्री कमल पटेल की मेहनत औरउनकी क्षेत्र में सक्रियता है।
दूसरी बात उनके द्वारा चलाए जा रहे जिले में लगातार कई प्रकल्प अभियान है। जो उन्होंने चला रखे हैं, वह भी प्रमुख घटक है । मंत्री पटेल ने 24 × 7 अभियान व मेरा गांव- मेरा तीर्थ की संकल्प सिद्धि अभियान पूरे जिले में चला रखा है। जिससे उनकी नगर से लेकर गांव में गहरी पैठ है। और इन अभिनव अभियानों के द्वारा वे जो नवाचार करते हैं।वह सीधे-सीधे जनता के मन मस्तिष्क में घर कर जाता है। उनका 24X7 अभियान अचूक बाण है। 24 घंटे यानी सातों दिन मंत्री पटेल अपने मोबाइल पर एक्टिव रहते हैं।उनको जैसे ही कोई व्यक्ति दिन हो या रात सुबह हो या शाम संपर्क करता है तो वे उसकी सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। इस अभियान में वे हरदा जिले की जनता से सीधे जुड़े रहते हैं।प्रदेश में या देश में कहीं भी हो उनकी समस्या का हल मुस्कुराते हुए कर देते हैं। गरीब, असहाय, युवा, बुजुर्ग के साथ जिस किसी जरूरतमंद को इलाज की आवश्यकता होती है, तो वे तुरंत उसकी अपनी स्वेच्छानुदान राशि से व्यवस्था करते हैं और मुक्त इलाज करवाते हैं। वही उनका दूसरा “मेरा गांव- मेरा तीर्थ अभियान” है। यह अभियान उन्होंने अपने गृह ग्राम बारंगा से शुरू किया था।जो अब गांव – गांव में अपनी दस्तक दे रहा है। हरदा जिले से बाहर अब यह अभियान दूसरे राज्य जैसे छत्तीसगढ़ मैं भी पहुंच गया है।
इस अभियान में मंत्री पटेल गांव में पहुंचते हैं और मेरे गांव को ही मेरा तीर्थ बनाने का संकल्प दिलाते है। जिसमें बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी वर्ग के लोग शामिल रहते हैं। वही जानकार लोगों का मानना है कि हरदा के स्थानीय विधायक एवं शिवराज सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल के इन अभियानों को भाजपा अगर अंगीकार कर ले तो मोदी का उदघोष देश भर में सार्थक हो सकता है। गौरतलब है कि जब दिल्ली में किसान आंदोलन चल रहा था तब किसी कानूनों को लेकर कृषि मंत्री कमल पटेल ने हरदा जिले से पूरे मध्यप्रदेश में किसानों के बीच पंचायतें करना शुरू की थी जिसका असर हुआ था कि कृषि कानूनों को लेकर मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन की राह पर नहीं जा पाया था वहीं दूसरी ओर मंत्री पटेल की पंचायतों का असर भाजपा में भी दिखा था केंद्रीय नेतृत्व ने देश भर में मंत्री पटेल की तर्ज पर पंचायतें करने का फरमान भी अपनी राज्य इकाइयों को दिया था।