Corona 4th Wave Peak: क्या देश में कोरोना की चौथी लहर चुकी है? क्या एक बार फिर मास्क पहनना अनिवार्य होगा? क्या एक बार फिर लॉकडाउन (Lockdown) जैसी पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा? ये सवाल एक बार फिर हर भारतीय के मन में उठने लगे हैं क्योंकि कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ताजा खबर यह है कि बीते 24 घटों में देश में कोरोना के 8,329 नए केस सामने आए हैं। इस दौरान 10 मरीजों की मौत भी हुई है। देश में अभी 40,370 एक्टिव केस हैं यानि इतने मरीजों का इलाज देश के विभिन्न शहरों में चल रहा है। इससे पहले की कोरोना लहरों के अनुसार, इस बाद भी महाराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा खतरा है।
महाराष्ट्र और केरल में जुलाई में चरम पर पहुंचेगा कोरोना: प्रो. मनिंद्र
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IIT) में स्थापित रिस्क सर्विलांस सेंटर ने देश में कोरोना संक्रमण की निगरानी शुरू कर दी है। केंद्र के प्रभारी पद्मश्री प्रोफेसर मनिंदर अग्रवाल ने इसे पुराने संस्करण का फैलाव बताया है। साथ ही महाराष्ट्र और केरल में जुलाई में ही कोरोना अपने चरम पर पहुंचने का अनुमान है। साथ ही एक सप्ताह में देश में फैले कोरोना की सटीक जानकारी का अध्ययन करने की उम्मीद है।
दौरान संक्रमण फैलने की गति को बताया था। उनके आकलन के मुताबिक सभी राज्यों की सरकारों ने भी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए थे। बाद में कुछ आईआईटी प्रोफेसरों ने अन्य मॉडलों के आधार पर इस महीने जून में कोरोना की चौथी लहर आने का अनुमान लगाया था, लेकिन प्रोफेसर अग्रवाल ने चौथी लहर की संभावना से इनकार किया था। हाल ही में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी प्रोफेसर अग्रवाल ने एक बार फिर फॉर्मूला मॉडल के साथ अध्ययन शुरू किया है। इतना ही नहीं आईआईटी में उनके निर्देशन में स्थापित रिस्क सर्विलांस सेंटर के वैज्ञानिकों ने भी इसी मॉडल के आधार पर कोरोना के प्रसार की गति को नापना शुरू कर दिया है। अभी कोरोना की चौथी लहर नहीं आई है. महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के पुराने रूप के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।