आमतौर पर दिवाली या अन्य त्योहारों से पहले नकली सामान बनाने और बेचने वाले सक्रिय होते हैं, लेकिन राजस्थान में बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली घी की फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई में नकली घी के 300 डब्बे बरामद किए हैं। यहां से नामी ब्रांड के नाम पर 4 से 5 साल पुराना घी डब्बों में भरकर बाजार में सप्लाई करने की तैयारी थी। पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने एक मकान में चल रही फैक्टरी पर छापा मार। 4 लोग हिरासत में लिए गए हैं।
कितना नुकसानदायक हो सकता है नकली Ghee
आमतौर पर अच्छे स्वास्थ्य के लिए Ghee का सेवन किया जाता है, लेकिन Ghee नकली या मिलावटी हो तो शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। ऐसा घी बच्चों और गर्भवति महिलाओं के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। इससे गर्भपात होने का खतरा रहता है। वहीं मिलावटी घी में कैडमियम की भारी मात्रा हो सकती है जिसके लंबे समय तक सेवन से कैंसर हो सकता है। मिलावटी घी से किडनी खराब हो सकती है। मूत्र मार्ग बाधित हो सकता है। यही नहीं स्ट्रोक और हार्ट संंबंधी बीमारियां होने की आशंका अधिक रहती है।
ऐसे करें नकली और असली Ghee की पहचान
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- असली या नकली Ghee की पहचान करने के लिए घी का नमूना लेकर हथेली के उल्टी वाले हिस्से पर रगड़ें, अगर घी में दाने आएं तो समझ जाएं यह नकली हैं। वहीं असली घी रगड़ने पर त्वचा में मिल जाता है।
- एक चम्मच Ghee में 4-5 बूंदें आयोडीन की मिलाएं, अगर रंग नीला हो जाता है तो Ghee निकली है। उसमें उबले आलू की मिलावट है।
- एक चम्मच Ghee में एक चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एक चुटकी चीनी मिलाएं। अगर Ghee का रंग लाल हो जाए तो घी शुद्ध नहीं है। इसमें डालडा मिला है।
- Ghee हाथों में रगड़े, इसे करीब 15 मिनट बाद सूंघकर देखें। अगर खुशबू आनी बंद हो जाए तो मान लीजिए कि यह Ghee मिलावटी है।
जोधपुर में नकली Ghee का कोरोबार, पढ़िए पूरा घटनाक्रम
जोधपुर की महामंदिर पुलिस को भदवासिया क्षेत्र की सांसी बस्ती में एक मकान में नकली घी तैयार किए जाने की जानकारी मिली जिसके बाद योजनाबद्ध तरीके से पुलिस ने इस मकान पर दबिश दी। दबिश में बड़ी मात्रा में पुलिस को घी व तेल के टिन के अलावा 4 से 5 साल पुराना घी भी मिला जो कि घी के नामी ब्रांड के अलग-अलग डब्बो में भरा जाना था। पुलिस के अनुसार, मकान में चल रहा घी का ये कारोबार रोनक चोरडिया के नाम से संचालित होता है, और मंडी के व्यापारियों का माल यहां से पैक होने के बाद सप्लाई होता था। पुलिस मामले की तह में जाकर व्यवसाय से जुड़े अन्य लोगों के बारे में पड़ताल में जुटी है। मोके पर सामान जब्ती के साथ फैक्ट्री में मौजूद चार लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
इधर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े जोधपुर के फ़ूड इंस्पेक्टर रजनीश शर्मा भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जहां से उन्होंने भी सेम्पल भरने की कार्यवाही की है। विभाग ने भी कानूनी कारवाही करने के संकेत दिए हैं। छापे की कार्यवाही के बाद मंडी के घी तेल व्यापारियों में भी हड़कंप है। छापे की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में व्यापारी पहुंचे। वहीं घी तेल के कारोबार से जुड़े कई व्यापारियों के मोबाइल स्विच ऑफ आए। महामंदिर पुलिस अनुसंधान में जुटी है।