संदीप मौर्य मकड़ाई समाचार महू। कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर के खिलाफ आई शिकायत की जांच करने वन विभाग की टीम भोपाल से महू आई है। टीम में सीसीएफ और एक अन्य अधिकारी शामिल हैं। इन्होंने अब तक उस स्थान की जांच की है जहां अवैध खनन किया जा रहा था और मंत्री उषा ठाकुर की शिकायत करने वाले वनपाल रामस्वरूप दुबे से भी पूछताछ की है। महू पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने जांच के बाद पत्रकारों से चर्चा की, हालांकि इस दौरान उन्होंने जांच के बारे में कोई बात साफ नहीं की। यहां काफी संख्या में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता भी पहुंच गए और जांचकर्ता अधिकारियों पर शिकायतकर्ता वनपाल के खिलाफ जांच करने का दबाव बनाने लगे।
गौरतलब है कि महू रेंज में पदस्थ वनपाल रामस्वरूप दुबे ने पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर और 20 समर्थकों पर बड़गोंदा वन कार्यालय से वाहन छुड़वाने का आरोप लगाया है। वनपाल ने बड़गोंदा थाने में दिए आवेदन में कहा कि अवैध निर्माण और खनन की कार्रवाई करते हुए जेसीबी और ट्रैक्टर ट्रॉली जब्त किए थे। इन्हें बड़गोंदा सब रेंज से सोमवार को मंत्री की मौजूदगी में समर्थक उठा ले गए। बड़गोंदा डिप्टी रेंजर व वनपाल रामस्वरूप दुबे ने बड़गोंदा थाने में आवेदन दिया। कुछ घंटों बाद यह वाट्सएप पर वायरल हो गया। आवेदन में बताया कि जामन्या वनक्षेत्र से लगे मनोज पाटीदार के खेत तक पहुंचने के लिए सड़क बनाई जा रही थी। उसके लिए जेबीसी से खोदाई की गई।
आवेदन में मंत्री उषा ठाकुर, मनोज पाटीदार, सुनील यादव, वीरेंद्र आंजना, अमित जोशी, सुनील पाटीदार, प्रदीप पाटीदार, सूरज पर केस दर्ज करने की गुहार लगाई। वनपाल दुबे ने बताया कि एसडीओ राकेश लेहरी और रेंजर बीएस मौर्य को जानकारी दी थी। सोमवार शाम को रेंजर मौर्य के साथ थाने पर आवेदन भी दिया है, मगर पुलिसकर्मियों ने मंगलवार सुबह आवेदन लौटा दिया।