मकड़ाई समाचार भोपाल। लगातार दो दिन तक रूक-रूक कर पड़ी बौछारों के कारण राजधानी की फिजा में ठंडक घुल गई है। जिसके चलते मौसम खुशगवार हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह वर्तमान में उड़ीसा कोस्ट के आसपास है। मानसून ट्रफ भी मध्यप्रदेश से होकर गुजर रहा है। इस वजह से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में रूक-रूक कर बरसात हो रही है। शनिवार को भी राजधानी में बौछारें पड़ने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटो के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक उमरिया में 170, खंडवा में 122, श्यौपुरकलां में 72, जबलपुर में 71.7, शाजापुर में 55, मलाजखंड में 42.2, मंडला में 37, सीधी में 34.4, उज्जैन में 30.6, सागर में 26, दतिया में 25.6, सतना में 24.6, दमोह में 24, भोपाल में 23.3, गुना में 22.4, बैतूल में 15.2, नौगांव में 11, छिंदवाड़ा में 10 मिलीमीटर बरसात हुई।
सुबह से छाए बादल
राजधानी में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। बीच-बीच में हल्की फुहारें वातावरण में सिहरन पैदा कर रही हैं। दो दिन से रूक-रूक कर पड़ रही बौछारों के कारण ठंडक हो गई है। इससे लोगो को गर्मी से राहत मिल गई है। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ अनूपगढ़, सवाई माधोपुर, झांसी, रीवा, अंबिकापुर, चायबासा से होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम तक बना हुआ है। महाराष्ट्र के तट से केरल के तट तक एक अपतटीय ट्रफ बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में अच्छी बरसात हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 27 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक अन्य कम दबाव का क्षेत्र बनने के संकेत मिले हैं। इस वजह से प्रदेश में बारिश का सिलसिला आगे भी बना रहने की संभावना है।