महाराष्ट्र संकट: महाराष्ट्र का सियासी संकट सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। शिंदे गुट की 2 याचिकाओं पर सुनवाई होगी। पहली याचिका में 16 बागी विधायकों को अयोग्य ढहराए जाने वाले नोटिस को चुनौती दी गई है। वहीं दूसरी याचिका में उद्धव ठाकरे गुट द्वारा अजय चौधरी को विधायक दल का नेता बनाए जाने की चुनौती दी गई है। शिवसेना की ओर से कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और कपिल सिब्बल पेश होंगे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला महाराष्ट्र की सियासत पर व्यापक असर डालेगा। यदि 16 बागी विधायक यहां भी अयोग्य ठहराए जाते हैं तो बाकी विधायकों पर भी लौटने का दबाव बढ़ेगा। वहीं विधानसभा में बहुमत साबित करने का आंकड़ा भी घट जाएगा। दूसरी याचिका में यदि अजय चौधरी विधायक दल के नेता बने रहते हैं तो उद्धव ग्रुप को बड़ा फायदा होगा।
शिंदे गुट ने उद्धव सरकार से समर्थन वापस लिया: सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में शिंदे गुट की ओर से कहा गया है कि उन्होंने महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। इस तरह यह सरकार अल्पमत में है।
शिवसेना का शक्ति प्रदर्शन आज: वहीं शिवसेना आज शक्ति प्रदर्शन करेगी। दूसरी ओर संजय राउत की धमकियों का सिलसिला जारी है। वे कई बार कह चुके हैं कि बागी विधायक मुंबई आएंगे तो उनके खिलाफ शिवसैनिक कार्रवाई करेंगे। इसके बाद एकनाथ शिंदे समेत तमाम बागी विधायकों की सुरक्षा का मुद्दा भी अहम हो गया है।
एकनाथ शिंदे ने की राज ठाकरे से बात: 40 से अधिक विधायकों को लेकर गुवाहाटी की होटल में डटे एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे से फोन पर बात की। हालांकि इसे शिष्टाचार फोन कॉल बताया जा रहा है क्योंकि राज ठाकरे की एक सर्जरी हुई है और इसके बाद वे अस्पताल से घर लौटे हैं। वहीं महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच इस बातचीत के दूसरे मतलब भी निकाले जा रहे हैं।
दाऊद से संबंध रखने वालों को समर्थन के खिलाफ विद्रोह : शिंदे
शिवसेना के शीर्ष नेतृत्व पर हमला बोलते हुए एकनाथ शिंदे ने रविवार को हैरानी जताई कि बाल ठाकरे की पार्टी दाऊद इब्राहिम से सीधा संबंध रखने वालों का कैसे समर्थन कर सकती है, जो बम धमाकों में निर्दोष मुंबईवालों की जान लेने के लिए जिम्मेदार है। शिंदे ने ट्वीट कर कहा कि इस तरह के समर्थन के विरोध में उनके और अन्य विधायकों द्वारा विद्रोह का झंडा उठाया गया था। बाल ठाकरे की शिवसेना को बचाने के लिए उनकी जान भी चली जाए तो इसकी परवाह नहीं है।
शिंदे के इस ट्वीट का स्पष्ट संदर्भ राकांपा नेता और उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक को लेकर है जो दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदारों से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं। उनके ट्वीट को शिवसेना नेता संजय राउत को जवाब के रूप में भी देखा जा रहा है। शिवसेना की रैली में राउत ने रविवार को ही कहा था कि शिंदे और अन्य विद्रोही विधायक जिंदा लाश हैं और असम से लौटने के बाद उन्हें मुर्दाघर भेजा जाएगा।