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मान्यता देने के नाम पर रिश्वत मांग रहे क्लर्क को लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

मकड़ाई समाचार भिंड। जिला शिक्षा कार्यालय में पदस्थ क्लर्क रामेंद्र सिंह कुशवाह को लोकायुक्त ग्वालियर की टीम ने 7 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। लोकायुक्त टीम ने एक निजी स्कूल संचालक की शिकायत पर यह कार्रवाई की। लोकायुक्त की टीम ने आरोपित क्लर्क को गिरफ्तार कर कागजी खानापूर्ति करना शुरू कर दिया है। लोकायुकत की इस कार्रवाई से भिंड जिला शिक्षा कार्यालय में हड़कंप मच गया। कार्यालय के सभी कर्मचारी कार्रवाई होता देख एक जगह पर एकत्रित हो गए और देखने लगे। कई कर्मचारी तो मौके से खिसक भी गए।

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चरथर गांव निवासी फरियादी युदनाथ सिंह तोमर ने बताया कि उन्होंने चार महीने पहले स्कूल की मान्यता लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। आवेदन सभी जगहों से स्वीकृत होकर जिला शिक्षा कार्यालय आ गया था। लेकिन यहां पर उनके स्कूल की फाइल आगे नहीं बढ़ रही थी। जब इस संबंध में मान्यता विभाग के क्लर्क रामेंद्र सिंह कुशवाह से बात की तो उन्होंने मान्यता देने के लिए 12 हजार रुपए की मांग की। पहले तो उन्होंने रिश्वत देने से मना किया। लेकिन तब क्लर्क रामेंद्र सिंह कुशवाह ने कहा कि ऐसे तो उन्हें मान्यता नहीं मिलेगी और आवेदन कैंसिल कर दिया। इसके बाद पहली किश्त में पांच हजार रुपए व दूसरी किश्त में 7 हजार रुपए देने की डील हुई पांच हजार रुपए यदुनाथ सिंह क्लर्क रामेंद्र सिंह को दे दिए। इसके बाद वे वे लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज करने के बाद टीम ने रणनीति बनाई और रंग लगे हुए रुपए क्लर्क को देने के लिए कार्यालय भेजा। साथ ही टीम थोड़ी दूर पर खड़ी हो गई। जैसे ही रामेंद्र ने रिश्वत के 7 हजार रुपए हाथ में लिए। वैसे ही टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें दबोच लिया और रुपए बरामद कर लिए। साथ ही उनके हाथ धुलवाए तो वे रंग गए। इसके बाद लोकायुकत की टीम ने कागजी कार्रवाई शुरू की।