मकड़ाई समाचार भिंड। टीकाकरण का महा अभियान में लक्ष्य का दबाव इतना बढ़ गया कि मरे हुए व्यक्ति को ही कोरोना को दूसरा टीका लगाने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया जबकि व्यक्ति की मृत्यु चार महीने पहले ही हो गई। टीकाकरण महाअभियान के 48 घंटे बाद भी आंकड़ों की स्थिति साफ नहीं हो सकी। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है आंकड़ों में किस तरह से लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है। दबोह नगर के सरकारी हायर सेेकंडरी स्कूल में विक्रम सिंह उम्र 65 वर्ष ने पहला टीका 18 मार्च को लगवाया था। 3 मई को उनकी मृत्यु हो गई। उसके बाद 17 सितंबर को टीकाकरण के महाअभियान के तहत कोरोना का दूसरा टीका लगा होना दर्शा दिया गया। वहीं प्रमाण पत्र में टीकाकरण का स्थान भी भिंड शहर की पुलिस लाइन दर्ज किया गया है। टीकाकरण के महा अभियान के तहत 48 घंटे बाद भी जिला प्रशासन आंकड़ों के बारे में सही जानकारी देने में अक्षम है। जिला प्रशासन टीकाकरण के ब्लॉक स्तर से ही आंकड़े नहीं जुटा पाया है। जिसके चलते आंकड़ों में हेरफेर की आंशका जताई जा रही है।
वैक्सीनेशन के दौरान मोबाइल नंबर डालने में गलती की गई होगी। ऑपरेटर की तरफ से भी गलती हो सकती है। इसकी जानकारी लेकर स्थिति साफ की जाएगी। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। आंकड़े देरी से कलेक्ट हो पा रहे हैं। इस कारण रिपेार्ट में परेशानी हो रही है। डॉ. एसके व्यास, जिला टीकाकरण अधिकारी, भिंड।