हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में एक बड़ा झटका लगा है। जिसमें एपेक्स काउंसिल ने अध्यक्ष मोहम्मद अजहरुद्दीन को पद से हटाने का फैसला लिया है। कथित तौर पर अजहरुद्दीन द्वारा क्रिकेट बोर्ड के कुछ नियमों के उल्लंघन के बाद सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया है। परिषद ने पूर्व कप्तान के खिलाफ लंबित मामलों का हवाला दिया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
नोटिस में कहा गया है कि एससीए सदस्यों द्वारा आपके खिलाफ की गई शिकायतें मिल हैं। शीर्ष परिषद की बैठक में इस आधार पर कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला लिया है। आपने (अजहरुद्दीन) नियमों का उल्लंघन किया है। शीर्ष परिषद आपको निलंबित कर रही है। शिकायतों की जांच पूरी होने तक एचसीए की सदस्यता समाप्त की जा रही है।
नियुक्ति विवादों में रही
अजहरुद्दीन की नियुक्ति पर कई सवाल खड़े हुए थे। बोर्ड के कई सदस्यों ने उनके द्वारा लिए गए कुछ फैसलों पर अपना असंतोष व्यक्त किया है। यह भी आरोप लगाया गया है कि पूर्व क्रिकेटर बोर्ड के साथी सदस्यों से किसी भी तरह के परामर्श के बिना एकतरफा निर्णय ले रहा है। 25 मई को शीर्ष परिषद की 10वीं बैठक हुई जिसमें अजहरुद्दीन को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला लिया गया था।
निजी क्रिकेट क्लब के मेंटर
यह बताया गया है कि भारतीय क्रिकेट आइकन दुबई के एक निजी क्रिकेट क्लब के मेंटर भी हैं। वह क्लब एक टी10 लीग में भाग लेता है जिसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से कोई मान्यता नहीं है। इस तरह की एसोसिएशन हितों के टकराव का मामला है। अजहरुद्दीन को 27 सितंबर 2019 को एचसीए का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। अजहर की नियुक्ति के बाद से कई विवाद हुए हैं।