मकड़ाई समाचार इंदौर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और कमल नाथ को बम से उड़ा देने की धमकी देने वाले आरोपित को पुलिस ने नागदा से गिरफ्तार कर लिया है। इंदौर क्राइम ब्रांच टीम उसे लेने नागदा भेजी जा रही है। डीसीपी जोन चार आरके सिंह के अनुसार आरोपित मूलत: रायबरेली उत्तर प्रदेश का निवासी है। लोग उसे इंदौर में प्यारा सिंह तथा उज्जैन और रतलाम में दयासिंह के नाम से पहचानते हैं, जबकि इसका नाम नरेन्द्र सिंह है।
नागदा पुलिस ने नरेन्द्र सिंह को पकड़ने की सूचना इंदौर क्राइम ब्रांच को दी। बताया जाता है कि इंदौर क्राइम ब्रांच से मिली सूचना और फोटो के आधार पर आरोपित को पकड़ा गया है। अब इंदौर टीम उसकी शिनाख्त करने और लेने नागदा पहुंच रही है। नागदा पुलिस ने आरोपित को नागदा बायपास पर एक होटल में खाना खाते पकड़ा है। उसके पास जो आधार कार्ड मिला है उस पर पता उत्तर प्रदेश के रायबरेली शहर का है। उल्लेखनीय है कि धमकी मामले में यह चौथे संदिग्ध की गिरफ्तारी हुई है। विविध पहलुओं के विश्लेषण और जांच के बाद पुलिस इस मामले का खुलासा कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी को मिली धमकी की जांच गुरुद्वारों के इर्द-गिर्द ठहर गई थी। शक था कि सेवादारों ने एक दूसरे को फंसाने के लिए पत्र भेजा था । पुलिस पांच मोबाइलों की काल डिटेल और 50 संदेहियों से पूछताछ कर चुकी थी। पुलिस को जिस अमनदीप का वोटर आइडी कार्ड मिला, उससे भी पूछताछ चल रही थी।
डीसीपी जोन-4 सिंह के मुताबिक पत्र में ज्ञानसिंह का नाम और मोबाइल नंबर लिखे थे। विष्णुपुरी निवासी ज्ञानसिंह आटो रिक्शा चलाता है। इसके पहले वह भंवरकुआं स्थित गुरुद्वारा में सेवादार था। उसने एक अन्य सेवादार लालसिंह का नाम बताया, जिससे उसकी अनबन थी। लालसिंह को पकड़ा तो उसने पत्र से इन्कार किया, लेकिन जांच की दिशा मिल गई। इसके बाद चार टीमें इंदौर-उज्जैन के गुरुद्वारों में जांच करने पहुंच गईं। गुजरात स्वीट्स (टावर चौराहा) भेजा गया पत्र उज्जैन से ही पोस्ट हुआ था।
इन नंबरों की चल रही जांच
पुलिस ने मोबाइल नंबर 7693029033, 9872661714, 9425624110 और 9785724109 की काल डिटेल निकाली है। एक नंबर करनाल (हरियाणा) के अमनदीप का है। लेटर के पीछे उसके वोटर आइडी कार्ड की फोटो कापी भी लगी हुई है। अमनदीप से करनाल की पुलिस ने पूछताछ की थी। उसकी एक साल की काल डिटेल में इंदौर की लोकेशन नहीं मिली ।
गुना में स्मैक के साथ पकड़ा गया था अमनदीप
डीसीपी के मुताबिक, अमनदीप का वोटर आइडी कार्ड पत्र के पीछे लगा हुआ था। अमनदीप टैक्सी चलाता है। इंदौर पुलिस की सूचना पर करनाल पुलिस ने पूछताछ की तो बताया कि पिछले साल अप्रैल में वह 200 ग्राम स्मैक के साथ गुना में गिरफ्तार हुआ था। उसके विरुद्ध दर्ज एनडीपीएस एक्ट का केस न्यायालय में लंबित है। कोर्ट में पेशी पर जाना पड़ता है। 25 वर्षीय अमन ने बताया कि गुना के धरनावदा थाना में पुलिस ने उससे आधार कार्ड, वोटर आइडी और लाइसेंस जब्ती में लिया था। जूनी इंदौर पुलिस ने धरनावदा पुलिस से संपर्क किया तो कहा लिखापढ़ी में अमन का लाइसेंस और आधार कार्ड ही जब्ती में है।