मकड़ाई समाचार भोपाल। कोरोना संक्रमण की वजह से मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी। आज पत्रकारोंं से बातचीत के दौरान उन्होंंने कहा कि जिस तरह की वर्तमान में परिस्थितियां हैं उसे देखते हुए 12वीं की परीक्षाएं आयोजित कराना किसी खतरे से कम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि करियर की चिंता हम बाद मेंं कर लेंगे, लेकिन पहले हमें बच्चों की जिंदगी बचाना होगा।
12वीं बोर्ड की परीक्षाओं के संबंध में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 12वीं के छात्रों को किस आधार पर पास किया जाएगा, इसके लिए मंत्रियों की एक कमेटी गठित कर दी गई है। मंत्री समूह की कमेटी आंतरिक मूल्यांकन या फिर अन्य आधार पर रिजल्ट तैयार करने का फैसला लेगी।
आपको बता दें कि इससे पहले बोर्ड की तरफ से 12वीं की परीक्षाएं एक मई से आयोजित की जानी थीं, लेकिन बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया गया था। वहीं, 1 जून से जब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आई तो अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई। जिसके बाद मीडिया में दावा किया जा रहा था कि बोर्ड द्वारा 12वीं की परीक्षाएं जुलाई में आयोजित की जा सकती हैंं। लेकिन मंगलवार को सीबीएसई द्वारा 12वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया गया।
जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि मध्य प्रदेश द्वारा 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाएगा। इसके अलावा स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने दोपहर में ही परीक्षाओं को स्थगित करने के संकेत दे दिए थे। अब तक मध्य प्रदेश, हरियाणा प्रदेश, गुजरात प्रदेश द्वारा 12वीं की परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं।