मकड़ाई समाचार धार/मनावर। स्थानीय राधारमण काॅलोनी में नौ दिवसीय संगीतमय रामकथा के दौरान रात्रिकालीन आयोजन में शुक्रवार रात्रि को कवि सम्मेलन में कवियों ने देश-काल और परिस्थितियों पर काव्य पाठ कर श्रोताओं को देर रात तक बैठाए रखा। कवि सम्मेलन की शुरुआत कवियित्री दीपिका व्यास ने सरस्वती वंदना से की। भोपाल के कवि दिनेश भोपाली ने हास्य के रसगुल्ले छोड़े अपने मुक्तक में कहा कि कफ़न लेकर के बैठे हैं मेरे सब चाहने वाले, मुझे अब मौत बांहों में उठा लेती तो अच्छा था। ओज कवि पंकज प्रखर ने श्रीराम पर काव्य पाठ कर वातावरण को राममय बना दिया।
पोलायकलां के कवि सुरेश त्रिवेदी ‘बम’ ने अपने हास्य मुक्तकों से खूब दाद बटोरी। ओज कवि राहुल बजरंगी इंदौर ने पंच चामर छंद में भगवान् शिव की स्तुति गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वरिष्ठ कवि बसंत जख्मी ने अपने सुमधुर गीतों से माहौल को भक्तिमय कर दिया। हास्य कवि बंटी बम, गजलकार दीपक पटवा, कवि सतीश सोलंकी ने भी काव्य पाठ कर श्रोताओं का अच्छा प्रतिसाद पाया। मंच संचालक राम शर्मा परिंदा ने अपने संचालन से श्रोताओं को आखिर तक बांधे रखा और अपने समापन काव्य पाठ में सरदार सरोवर बांध परियोजना के अंतर्गत डूब क्षेत्र के दर्द को अपने गीत के माध्यम से सुनाते हुए कहा कि धीरे-धीरे डूब रही पुरखों की निशानी, गांव के आस-पास नर्मदा का पानी, गीत को सुनकर श्रोताओं की आंखों से आंसू आ गए। कवियों का स्वागत रामकथा आयोजन समिति के सदस्यों ने किया।