सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षैत्र घोषित किए जाने के विरोध में रानापुर बंद रख आक्रोश व्यक्त किया, निकाली रैली
योगेश चौहान मकड़ाई समाचार राणापुर। श्री सम्मेद शिखर जैन तीर्थ को राजस्थान झारखंड की सरकार द्वारा पर्यटन क्षेत्र घोषित किए जाने के विरोध में बुधवार को पूरे देश में आंदोलन किए जा रहे हे इसी के अंतर्गत आज राणापुर में भी समस्त जैन समाज द्वारा एक विशाल आक्रोशित रैली राणापुर नगर में निकाली गई। व राणापुर बंद का आह्वान किया गया। जैन समाज द्वारा बंद एवं धरना प्रदर्शन का आयोजन कर सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने को लेकर अपना विरोध दर्ज करवाया गया।
आंदोलन की रूपरेखा मंगलवार शाम को तैयार की गई मंगलवार शाम को ही पूरे नगर में वाहन रेली निकालकर नगर बंद का आह्वान किया गया वही आज सुबह से ही समस्त व्यापारी वर्ग ने इस बंद आह्वान का साथ दिया व अपनी दुकान नही खोली समस्त व्यापारी बंधुओ द्वारा स्वेच्छा से नगर बंद को पूर्ण समर्थन प्रदान किया।
दोपहर में 1:00 बजे अग्रवाल मंदिर से एक विशाल आक्रोश रैली निकाली गई जिसमें झारखंड की सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सम्मेद शिखर तीर्थ को पर्यटन क्षेत्र से मुक्त रखे जाने की पुरजोर मांग की गई। आक्रोश रैली अग्रवाल मंदिर प्रांगण से शुरू होकर पूरा नगर भ्रमण कर पुराने बस स्टेन पहुंची जहा आक्रोश रैली का समापन हुआ।
आक्रोश रैली के पश्चात पुराना बस स्टैंड पर समस्त समाज जनों ने दो घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। व सरकार के खिलाफ सरकार तेरी तानाशाही नही चलेंगी,राजस्थान सरकार होश में आओ , धर्म की रक्षा हम सब करेंगे , हमे गर्व है सम्मेद शिखर की पावन भूमि पर जेसे कई नारों का उदघोष हुआ। उसके पश्चात धरना कार्यक्रम की शुरुआत शिल्पा कोड़िया द्वारा मंगलाचरण से की गई साथ ही प्रिया सियाल व ग्रुप ने सम्मेदशिखर बचाने जैनों आगे आओ भजन का मुखड़ा सुनाया।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संजय अग्रवाल ने पूरे आंदोलन के विषय की विस्तार से जानकारी देते हुए केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्री द्वारा संसद में सांसदों के समक्ष बोले गए झूठ के बारे में सभी को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र की सरकार में अपनी सहमति देकर भारत के राजपत्र में इसका उल्लेख किया है। उन्होंने सिलसिलेवार जैन समाज के द्वारा देश के विकास में दिए जा रहे टैक्स,जीडीपी में योगदान की जानकारी दी । सभा को यशवी शाह, राहुल डोशी, तनिष्का अग्रवाल, सुरेश समीर, तरुण सकलेचा, प्रवीण नाहर,विवेक उपाध्याय,आशीष सोनी,संदेश सेठिया ,नयनी डोशी आदि ने भी अपने शब्दो के माध्यम से झारखंड की सरकार को चेतावनी देते हुए इस निर्णय को बदलने की मांग की।
धरना के पश्चात नायब तहसीलदार पलकेश परमार एवं थाना प्रभारी संजय रावत को एक ज्ञापन राणापुर श्वेतांबर जैन श्री संघ के प्रमुख चंद्रसेन कटारिया दिलीप सकलेचा दिगंबर जैन समाज के प्रमुख हसमुख जैन, अग्रवाल जैन समाज प्रमुख पवन अग्रवाल ने दिया। ज्ञापन का वाचन ललित सालेचा ने किया। कार्यक्रम का संचालन कमलेश नाहर ने किया जबकि आभार यतिंद्र डोशी ने माना।
सम्मेद शिखर सम्मेद शिखर राजस्थान के झारखण्ड के गिरीडीह जिला में स्थिति हे। जहा 520 मीटर की पहाड़ी पर जेन मंदिर है। सम्मेद शिखर जैन समाज का सबसे बहुमूल्य व मैन जेनतीर्थ माना जाता है । कहा जाता है की जैन समाज के 20 पूज्य संत व कई गुरु जनों को सम्मेद शिखर की पावन धरा पर मोक्ष प्राप्त हुआ है इसलिए इसे जैन धर्म में सिद्ध क्षेत्र कहा जाता है। प्राचीन वक्त से ही कहा जाता है की सम्मेद शिखर व अयोध्या दोनो का सृष्टि रचना के समय से ही अस्तित्व रहा हे इसका तात्पर्य यह हे की इन दोनो का अस्तित्व सृष्टि के समांतर हे इसलिए इसे अमर तीर्थ मना गया है।