मकड़ाई समाचार खंडवा। करीब दस वर्षों से देश विरोधी गतिविधियों में सक्रिय अब्दुल रकीब कुरैशी का आतंकियों से गहरा नाता रहा है। उसनेे स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया सिमी के सरगना अबू फैजल से प्रभावित होकर निमाड़ में सिमी का नेटवर्क खड़ा करने के लिए भड़काऊ साहित्य को अपना हथियार बनाया था। इस मामले में दो बार सजा होने और सिमी का वजूद खत्म होने के बाद भी रकीब का संपर्क आतंकी संगठनों से बना हुआ था।
आतंकी संगठन आइएस से तार जुड़े होने के खुलासे से स्थानीय पुलिस के अलावा प्रदेश की खुफिया व आतंक निरोधी एजेंसियां इसका नेटवर्क टटोलने में जुट गई हैं। जेल से छूटने के बाद से अब तक की गतिविधियों और संम्पर्क को खंगालने के साथ ही पूर्व के मामले में रकीब को मिली जमानत खारिज करने के लिए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। देश विरोधी गतिविधियों में लिप्तता को देखते हुए जल्द ही बड़ी कार्रवाई के संकेत हैं।
वर्ष 2010-11 में पहली बार रकीब सिमी की संदिग्ध गतिविधि और भड़काऊ साहित्य के साथ पकड़ा गया था। इसके बाद भी सिमी का नेटवर्क मजबूत करने में वह लगा रहा। उस पर तीन अपराध दर्ज हैं। इनमें दो मामलों में गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूपीए) एक्ट की धारा लगी है। सिमी के दो मामलों में तीन और सात साल की सजा उसे हो चुकी है। एक मामले में न्यायालय से बरी भी हो चुका है।
ह मंत्रालय के रडार पर खंडवा
पश्चिम बंगाल में सक्रिय आतंकी संगठन का खंडवा तक संबंध होने के खुलासे से गृह मंत्रालय और पुलिस मुख्यालय के रडार पर खंडवा आ गया है बताया जाता है कि गृह मंत्रालय ने आरोपित रकीब से संबंधित सभी जानकारी और रिकार्ड तलब किया है । चर्चा है कि जल्द इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
इनका कहना है
– इंटेलिजेंस ऑपरेशन में मिली जानकारी पर रकीब की गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने की है। स्थानीय नेटवर्क तलाशने के लिए संयुक्त रूप से कार्रवाई की तैयारी है। रकीब की जमानत निरस्त करने के लिए भी लिख रहे हैं।
विवेक सिंह, एसपी खंडवा।