सिविल इंजीनियरों, भवन निर्माण ठेकेदारों की धोखाधड़ी और दादागिरी से परेशान भोले भाले गरीब प्लाट मालिक !
100 रुपए के स्टांप पेपर पर लिखा पड़ी कर विश्वास में लेकर पैसे हड़प कर की जा रही धोखाधड़ी।
ऐसे धोखेबाज सिविल इंजीनियरिंग को ढूंढकर दर्ज की जाये 420 की धारा में एफआईआर और या तो बनवाया जाए मकान या फिर दिलवाये जाए रुपए वापिस।
आखिर कब तक बैबस भोले भाले, अशिक्षित, गरीब प्लाट मालिक लुटे जाते रहेंगे? नगर निगम द्वारा ऐसे सिविल इंजीनियरों, भवन निर्माण ठेकेदारों को किया जाए ब्लैक लिस्टेड
मकड़ाई समाचार खंडवा। आज देश के ओजस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी व्दारा गरीब, लाचार, निम्न आय वर्ग के व्यक्ति को स्वयं के पक्के मकान निर्माण हेतु धनराशि दी जा रही है तो इधर सिविल इंजीनियरों, भवन निर्माण ठेकेदारों की धोखाधड़ी और दादागिरी से भोले भाले गरीब परेशान हो रहें हैं। ऐसी शिकायतें शिवसेना जिला प्रमुख गणेश भावसार को प्राप्त हो रही हैं। यह जानकारी देते हुए श्री भावसार ने कहा कि जैसे-जैसे नगर में बहारी लौंगो के आवागमन से विकास होता जा रहा है और रहवासी क्षेत्रों की मांग बढ़ी है वैसे वैसे विभिन्न क्षेत्रों में धनपतियों एवं उद्योगपतियों द्वारा सस्ते में अनउपयोगी कृषि भूमि लेकर उसका डायवर्सन करवा जाकर उस पर नई-नई आवासीय कालोनियां विकसित की जा रही है और लोक लुभाने ख्वाब दिखाकर महंगी कीमतों पर प्लाटस बेंचे जा रहें हैं।
गरीब व्यक्ति द्वारा एक सुंदर सा घर आशियाने का ख्वाब देखते हुए प्लाट खरीद कर अपने रहवास मकान का निर्माण किसी इंजीनियर, भवन निर्माण ठेकेदार से विथ मटेरियल या मजदूरी पर सौदा कर करवाया जा रहा है। किंतु देखने एवं सुनने में आ रहा है कि नगर में अनेक ऐसी शिकायतें कुछ इंजिनियर या निर्माण ठेकेदारों की प्राप्त हो रही है जो कि एग्रीमेंट के अनुसार रुपए राशि तो गरीब भवन मालिकों से अग्रिम में ही वसूल ले रहे है किंतु कार्य को पूर्ण तरह से अंजाम न दे रहें हैं या निर्माण कार्य गुणवत्ता हीन कर गरीब बेबस व्यक्तियों पर हावी हो रहे हैं और गरीबों को मकान ना बनाकर दे रहें हैं बल्कि उन्हें परेशान कर रहे हैं।
पीड़ित व्दारा शिकायत दर्ज करवाने पर जान से मारने की धमकियां तक दी जा रही है। वही परिवार को आत्म हत्या के लिए मजबूर किया जा रहा है। ऐसे प्रकरणों को जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक एवं जिला प्रशासन के संज्ञान में लाकर धोखेबाज सिविल इंजीनियरों को ढूंढकर 420 की धारा में एफआईआर दर्ज करवाई जायेगी और रुपए वापिस दिलवाये जाएगें। कुछ पीड़ित गरीबों बैबस लोगों को यह धौस दी जा रही है कि तुम्हें जहां जाना हो चले जाओ, हमारा कलेक्टर, एसपी, उपभोक्ता फोरम कोई कुछ नहीं बिगाड़गें क्योंकि हमारे इस कृत्य के एवज में उन्हें मोटी रकम प्रति माह देते है। ऐसे सिविल इंजीनियरों, भवन निर्माण ठेकेदारों पर 420 की धारा में एफआईआर दर्ज कर गरीब व्यक्तियों को उनकी मेहनत मजदूरी से कमाई संचित की गई धनराशि वापिस दिलवाई जाए।
एक्सपोर्ट की राय, रहे सावधान।
आप जब किसी भी ठेकेदार या सिविल इंजीनियर्स को अपने सपने के आशियाने के निर्माण के लिए एग्रीमेंट करें उसके पूर्व उस के बारे में सारी जानकारी जहां उसने पूर्व में कार्य किया हुआ हो या फिर गूगल पर सर्च कर ले जानकारी संतुष्ट होने पर ही उसे भवन निर्माण का कार्य करने के लिए एग्रीमेंट करें। उसमें निम्न शर्तें रखें। निर्माण प्रारंभ करते समय मात्र 5 प्रतिशत राशि एडवांस तत्पश्चात 5 प्रतिशत राशि प्रथम हाईट पर, छत बनाने पर दिया जाये या इस बात का एग्रीमेंट करें कि जितना सप्ताह भर में मटेरियल खरीदेंगे एवं मजदूरी के हिसाब से धनराशि देंगे। भवन में लगने वाली हर प्रत्येक वस्तु जिससे आप और आपका परिवार पसंद करते हैं और जो लगवाना चाहते हैं उसकी तय कीमत अवश्य लिखाएं। प्रत्येक मकान में लगने वाली उस वस्तु की क्वालिटी अवश्य लिखवाये। अंत में रंगरोगन फेनेशिंग के बाद भवन जब बनकर पूर्ण हो जाए तब हैंड अवर होने पर दे शैष 15 प्रतिशत राशि दें। एग्रीमेंट यदि 5 पन्नों का भी बन जाए तो भी चूक न करें। आप सभी से शिवसेना जिला प्रमुख गणेश भावसार का अनुरोध है कि यदि आप के साथ या आपके किसी परिचित की किसी इंजीनियर या भवन निर्माण ठेकेदार ने धन राशि लेकर भवन निर्माण कार्य पूर्ण न किया हो, निर्माण कार्य गुणवत्ता हीन किया गया हो, विश्वास में लेकर धन राशि ज्यादा ले ली हो, किसी तरह से परेशान किया गया है या किया जा रहा है तो हमें बिना किसी डर के मोबाइल नंबर 9827326875 पर बतायें, आपकी लड़ाई शिवसेना की लड़ाई बन कर आपको आपका हक दिलवाने में मदद करेगी।