मकड़ाई समाचार हरदा। सिनर्जी संस्थान के WE ARE CITIZEN कार्यक्रम अंतर्गत भारत के संविधान को अपनाने एवं उसे जन-जन तक पहुँचानें हेतु संविधान मेले का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विधालय नयापुरा में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि की भूमिका संस्था प्राचार्य के.पी. मुंडा ने निभाई। कार्यक्रम में विधालय के अन्य सभी शिक्षकगण, सिनर्जी संस्थान के प्रतिनिधि,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम के गणमान्य नागरिक शामिल हुए। सिनर्जी से रितेश गौर ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना का वाचन कर की गयी। समारोह के भाग के रूप में, संविधान में निहित मूल्यों और सिद्धांतों को उजागर करने और दोहराने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गयीं जिसमें विधार्थियों ने संविधान की प्रस्तावना पर आधारित समूह नृत्य, सामूहिक गीत एवं मतदान जागरूकता पर आधारित संदेशात्मक नाटक की शानदार प्रस्तुति दी जिसे सभी ने सराहा। महिला अधिकारों पर ज्वलंत मुद्दों को उजागर करते हुए उड़ान कार्यक्रम की फ़ेलो साथियों ने बेहतरीन लघु नाटिका प्रस्तुत की।
भारत एक विविधताओं का देश है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फैले विशाल भारत देश में सैकड़ों भाषाएं, बोली, पहनावे, खान-पान और अन्य विविधताएं देखने को मिलती हैं। ऐसे में संविधान ही वह एक कड़ी है जो हर भारतवासी को एक साथ पिरोती है। संविधान देश को हर नागरिक को एक समान अधिकार देता है और एक समान नियमों में बांधता भी है। रितेश गौर ने कहा कि स्कूलों में नागरिक शिक्षा एवं संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने की अत्यंत आवश्यकता है। विधार्थियों को ज़िम्मेदार ,जागरूक एवं सक्रिय नागरिक बनाने की दिशा में शिक्षकों को शिक्षण पद्धति में नवाचार करने एवं उसे खेल/गतिविधि आधारित बनाने की ज़रूरत है।
विष्णु जायसवाल ने सिनर्जी संस्थान द्वारा विगत तीन वर्षों से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विधालय में नागरिक शिक्षा पर किए जा रहे कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।जायसवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत के संविधान में कानून का शासन, सरकार के मौलिक राजनीतिक सिद्धांतों, प्रक्रियाओं, प्रथाओं, अधिकारों, शक्तियों और कर्तव्यों का प्रावधान है. यह देश में संसदीय सर्वोच्चता की जगह संवैधानिक सर्वोच्चता को स्थापित करता है, क्योंकि इसका निर्माण संसद द्वारा नहीं बल्कि एक संविधान सभा द्वारा किया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्था प्राचार्य के.पी. मुंडा ने कहा की भारत के प्रत्येक नागरिक के जीवन में भारतीय संविधान का बहुत महत्व है। राष्ट्र यदि शरीर है तो संविधान उसकी आत्मा है।
कार्यक्रम में शिक्षक दिनेश चौहान, संदीप मेहरा व अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे । सिनर्जी संस्थान द्वारा विधालय को विभिन्न प्रकार की खेल सामग्री भेंट की गयी। एव रांगोली एवं चित्रकला प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन रितेश गौर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विधालय के समस्त शिक्षकों , सिनर्जी संस्थान के सदस्यों एवं विधार्थियों में राधिका, प्रीति, आकाश, विशाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।