मकड़ाई एक्सप्रेस 24 नागपुर।शहर की फिजा खराब करने के सोशल मिडिया पर अफवाह और भड़काऊ पोस्ट का भी रोल रहा है।नागपुर हिंसा मामले में साइबर सेल ने 140 ऐसे पोस्ट को चिन्हित किया है जो अशांति पैदा करने के उद्देश्य से की गई थी। इन पोस्ट को सोशल मिडिया अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया गया था। महाराष्ट्र सायबर सेल द्वारा सभी के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है।
साइबर विभाग बताया कि सांप्रदायिक अशांति भड़काने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर ये पोस्ट की गई थी ।साइबर अधिकारी के मुताबिक, ये वीडियो और पोस्ट फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब पर अपलोड किए गए थे।
ऐसी पोस्ट हटाने के नोटिस जारी किए और मामला दर्ज
उन्होंने कहा कि ऐसे पोस्ट को तुरंत हटाने के नोटिस जारी किया गया है. ये नोटिस सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम 2000 की धारा 79(3)(बी) के तहत जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि इन अकाउंट्स को चलाने वाले लोगों की वास्तविक पहचान जारी करने के लिए भी नोटिस जारी किया गया है।इसे भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 94 के तहत भी किया गया है.
महाराष्ट्र साइबर ने एक विज्ञप्ति में बताया है कि इस तरह का कोई भी पोस्ट जो जानबूझकर एक विशेष धार्मिक समूह की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए किया गया है।साथ ही उस पोस्ट के जरिए सांप्रदायिक अशांति को भड़काने और राज्य में चल रही कानून व्यवस्था की स्थिति को खराब करने की कोशिश की गई।
लोगो से सावधानी बरतने की अपील
पुलिस और सायबर सेल द्वारा आमजन से ऑनलाइन जानकारी शेयर करते समय सावधानी बरतने और असत्यापित या आपत्तिजनक सामग्री से जुड़ने या उसे बढ़ावा देने से बचने का आग्रह किया गया है। पुलिस ने अब तक नागपुर हिंसा के मामले में अल्पसंख्यक लोकतांत्रिक पार्टी के नेता फहीम खान और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के आठ कार्यकर्ताओं सहित 69 लोगों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कानून का डर पैदा किया जाएगा। गाड़ियों को नुकसान पहुंचाने, पुलिस पर पेट्रोल बम और पत्थर फेंकने और घरों पर हमला करने के दौरान डीसीपी रैंक के तीन अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए।