गैंग बनाकर लूटपाट करने वाली गैंग के सरगना को पुलिस ने घेरा वह भागने की कोशिश करते हुए पुलिस पर फायरिंग भी करता जा रहा था। पुलिस की एक गोली पैर लगने से घायल हो गया पुलिस ने बदमाश को दबोच लिया।
मकड़ाई समाचार आजमगढ़। घटना इस प्रकार है। बरदह थाने की पुलिस और 25 हजार के इनामी दीपक यादव में रविवार को मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में दीपक के पैर में गोली लगी। पुलिस से उसे पकड़ लिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। उसके पास से अवैध पिस्टल, कारतूस और चोरी की बाइक बरामद हुई है। बताया जा रहा है पुलिस को दीपक की लंबे समय से तलाश थी।
वाहन चेकिंग के दौरान मुठभेड़
थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह हमराहियों के साथ चेकिंग कर रहे थे। तभी देवगांव कोतवाली पुलिस से सूचना मिली कि एक बदमाश लालगंज से बरदह की तरफ जा रहा है। पुलिस सर्तक हो गई। थोड़ी ही देर में एक बाइक सवार आता दिखा। पुलिस को देख उसने बाइक घुमा भागने की कोशिश की।इसी समय पीछे से देवगांव पुलिस भी आ गई। दोनों तरफ से घिरने के बाद बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो बदमाश के पैर में गोली लग गई। बदमाश की पहचान दीपक यादव पुत्र नरेश यादव निवासी मेंहनगर के रूप में हुई। आरोपी के पास से बिना नंबर की बाइक, देशी पिस्टल और 2500 रुपए नकद बरामद हुए।
गैंग योजना बनाकर लूट, चोरी की घटनाओं को अंजाम देता
पुलिस के मुताबिक दीपक ने बताया है कि हमारा गैंग योजना बनाकर लूट, चोरी, छिनैती और डकैती की घटनाओं को अंजाम देता है। इस गैंग में कुलदीप उर्फ कंवलदीप, दिनेश, दीपक राजभर, आसिफ और अंशिका जो कि गोरखपुर की रहने वाली है शामिल हैं। हमारा गैंग कई वर्षों से लगातार घटनाओं को अंजाम देता है। घटनाओं को अंजाम देने में गैंग के लोग पूरी सतर्कता बरतते हैं।
डकैती के 24 मुकदमें दर्ज
03 मई 2018 को जौनपुर जिले में बाइक से जा रहे पति-पत्नी से लूट की थी। विरोध करने कर उनकी हत्या कर दी थी। 29 नवंबर को आजमगढ़ जिले में गोली मारकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। 13 अगस्त को भी लूट के दौरान पीड़ित को गोली मारी थी
दीपक यादव के खिलाफ आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर और मऊ जिले में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, छिनैती और डकैती के 24 मुकदमें दर्ज हैं। बदमाश पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।