ट्रस्टियों ने आपस में कर ली दुकानों की बंदरबांट, पार्षद ने कहा हर बारिश में होगा बाढ़ का खतरा, काम नहीं रुखा तो जनहित में लगेगी याचिका –
के.के. यदुवंशी, सिवनी मालवा : नर्मदापुरम हरदा मुख्य मार्ग बस स्टैंड के पास नाले के ऊपर ही निर्माण कर किया गया है राम जानकी मंदिर के ट्रस्टियों ने मंदिर की जमीन पर दुकानें तान दी। जमीन से एक नाला निकला है उसे एक नाली का रुप से दे दिया और एक दर्जन से अधिक पक्की दुकानें बना डाली। इसमें से कुछ दुकानें तैयार हो चुकी हैं ,जबकि कुछ का निर्माण कार्य जारी है। नाला पाटने के कारण इससे लगे बस स्टैंड पर पानी भरने की पूरी-पूरी संभावना है साथ ही आसपास के रहवासी क्षेत्र में पानी भर जाता है। बारिश के मौसम में जल भराव से रहवासी परेशान हैं। नाले के पानी का निकास होता था, लेकिन उसकी जगह एक पतली सी नाली बना दी है, बारिश में ज्यादा पानी बरसने ने निकास नहीं हो पाता और आसपास के क्षेत्र में लोगों के घरों में घुस जाता है।
पार्षद और नागरिकों ने ने शिकायत भी की लेकिन कार्यवाही नहीं –
जाता है कि मंदिर की जमीन पर 16 दुकानें बनाई जाना है। आठ दुकानें तैयार हो चुकी है। इनकी की बंदरबाट ट्रस्टियों ने आपस में कर ली, जबकि आठ दुकानों का काम चल रहा है। उक्त जगह पर पहले बड़ा नाला था उसे नाली बना दिया जिसके कारण वहां रह रहे आसपास के लोगों को कभी भी खतरा बना रहता है । तेज बारिश के कारण इस क्षेत्र के सटे हुए कुछ घरों में पानी भी भरा जाता है। इस मामले में स्थानीय प्रशासन को अनेकों बार पार्षद और स्थानीय नागरिकों ने लिखित रूप से शिकायत भी की गई थी ।
तत्कालीन कलेक्टर ने रुकवाया था काम, नहीं ली थी परमिशन, स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से फिर काम शुरू हो गया था।
बता दें कि राम जानकी मंदिर ट्रस्ट द्वारा निर्माण की कोई परमिशन नहीं है। तत्कालीन कलेक्टर नीरज सिंह ने इस काम को रुकवा दिया था लेकिन सिवनी मालवा के स्थानीय प्रशासन की मिली भगत से यह निर्माण कार्य फिर चल रहा है। इस मामले में जो दुकान राम जानकी मंदिर के ट्रस्टियों ने निकाली है उन दुकानों में आपस में दुकान बांट ली । एक दुकान की कीमत लगभग 40 से 50 लाख रुपए बताई जा रही है। ऐसे कुल मिलाकर 16 दुकान हैं । दुकान कंप्लीट हो गई हैं और इन्हें ट्रस्टियों ने आपस में बाट भी ली। शेष आठ दुकान जो बची है उनका कार्य प्रगति पर है। सवाल इस बात का है कि उक्त जगह पर बड़ा नाला था यह नाला धीरे-धीरे नाली का रूप में आकर ले लिया है। नाले को बंद कर दिया है । दुकान के पीछे के हिस्से पर बड़ा छज्जा निकाल दिया गया है जिससे पीछे शासकीय बस स्टेशन है इस नाले का पानी पूरे बस स्टेशन को भी डूब में ला देगा एवं पास में ही स्थित मोहल्ले में इसका पानी उनके घरों में अंदर आ जाता है । इस पूरे खेल में स्थानीय प्रशासन और एसडीएम कार्यालय के एक अधिकारी की मिली भगत बताई जा रही है। बताया जाता है कि इस निर्माण कार्य में बहुत सी अनियमितता है, जैसे की सामने पार्किंग स्पेस नहीं छोड़ा गया। गाड़ी कहां पार्किंग होगी एवं वृक्षारोपण रोपण के लिए भी जगह नहीं छोड़ी गई और ना ही शौचालय का निर्माण किया गया है।
इस मामले में वार्ड पार्षद दीपक बाथव का कहना है कि इस नाले से उनके वार्ड में हर बारिश में वार्ड वासियों को बाढ़ का सामना करना पड़ेगा। यहां गोटियापुरा में तीन हजार की आबादी का जीवन इस नाले को पाट देने के कारण संकट में रहेगा। सूत्रों से जानकारी के अनुसार मानचित्र के विपरीत नाले के ऊपर निर्माण कराया जा रहा है। वहीं पार्किंग और वृक्षारोपण के लिए जगह नहीं छोड़ी गई।
इनका कहना –
पार्षद की शिकायत के बाद हमने सीएमओ को जानकारी दे दी गई है जांच के बाद नोटिस जारी किया गया है अगर समय अवधि में अतिक्रमण नहीं हटता है तो राजस्व और नगर पालिका मिलकर हो रहा अतिक्रमण हटाएंगे।
सरोज परिहार
एसडीएम
सिवनी मालवा।
इनका कहना –
राम जानकी मंदिर की दुकानों की परमिशन लैप्स हो गई है पूरा निर्माण अवैध तरीके से किया जा रहा है । दुकानों का निर्माण नाले पर किया गया है अगर नाला 5 फीट छोड़ देते और दुकान बनाते तो ठीक रहता । क्योंकि पूरे शहर का पानी इसी नाले से होकर जाता है और बारिश के समय नाला चौक होने से पानी भर जाता है । एसडीएम के माध्यम से कलेक्टर को शिकायत की थी। पक्की दुकाने बनी है 2023 तक बन जाना था । नक्शे के हिसाब से दुकाने नहीं बनी है ।
दीपक बाथव
पार्षद
सिवनी मालवा।