ब्रेकिंग
मंत्री विजय शाह की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल लगाई रोक: इस पूरे मामले की जांच SIT कराने के... हरदा: कलेक्टर श्री जैन ने हृदय अभियान की समीक्षा की बड़ी खबर हरदा से तेंदूपत्ता तोड़ने गई आदिवासी महिला पर सूअर ने किया हमला , महिला गंभीर घायल तेज गर्मी से सड़कों पर सन्नाटा छाया: तेज गर्मी से लोग परेशानः 40 डिग्री पर पहुंचा पारा, बढ़ी उमस, शी... हरदा: बरसात में करंट से बचने के लिये विद्युत वितरण कंपनी ने एडवायजरी जारी की तेज़ आंधी में पेड़ गिरने से मकान क्षतिग्रस्त — नगर पालिका से शीघ्र कार्रवाई की मांग Aaj ka rashifal: आज दिनांक 18 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है। आपके भाग्य के सितारे Harda Sirali: रिश्वतखोर पटवारी को 4-4 साल के सश्रम कारावास की सजा , वर्ष 2017 में किसान से नामांतरण... दिल्ली में निर्माणाधीन इमारत गिरी 3 की मौत ! हवा आँधी बारिश से हुआ हादसा हरदा: रेत एवं गिट्टी के अवैध भण्डारण में प्रयुक्त 2 ट्रेक्टर ट्राली जप्त

24 साल हर रोज परीक्षा दी ताकि देश के लिए बेहतर प्रदर्शन कर सकूंः सचिन

नई दिल्लीः युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने अपने करियर में 24 साल हर रोज मैच की तैयारी के जैसे परीक्षा दी ताकि वह देश के लिए बेहतर प्रदर्शन कर सकें। लीजेंड क्रिकेटर सचिन ने यूनिसेफ इंडिया के विश्व बाल दिवस के अवसर पर यहां त्यागराज स्टेडियम में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, ”जीवन में हर चीज के लिए तैयारी करनी पड़ती है। आप जैसे अपनी परीक्षा के लिए तैयारी करते हैं ठीक उसी तरह मुझे भी अपने करियर के 24 साल में मैचों के लिए हर रोज परीक्षा देनी पड़ती ताकि मैं अच्छा कर सकूं।”

- Install Android App -

मेहनत करने पर परिणाम अपने आप आएंगे
यूनिसेफ के सछ्वावना दूत सचिन ने कहा, ”मैच मेरे लिए परीक्षा होते थे और मैं उनके लिए आपकी तरह ही तैयारी करता था। जीवन में हालांकि किसी बात की गारंटी नहीं होती है लेकिन एक बात की गारंटी होती है कि आप अपना शत-प्रतिशत प्रयास करने की कोशिश करें, परिणाम अपने आप आएंगे।” यूनिसेफ इंडिया के विश्व बाल दिवस कार्यक्रम की इस वर्ष थीम थी – बच्चों के लिए स्कूलों की समर्थन भूमिका और सचिन ने इस विषय पर $खास तौर पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बालक और बालिका में किसी तरह का भेदभाव नहीं रखा जाना चाहिए और बच्चों को स्कूलों में पूरी तरह स्वस्थ वातावरण मिलना चाहिए।

बेटा-बेटी में नहीं होना चाहिए भेदभाव
स्कूलों को विशेष रूप से स्वच्छता पर फोकस करना चाहिए।  सचिन ने बच्चों से कहा कि उन्हें अपने जीवन में कोई न कोई खेल खेलना चाहिए। उन्होंने कहा, ”बच्चों को खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। जरूरी नहीं है कि आप कोई प्रोफेशनल खेल ही खेलें। स्वस्थ और फिट रहने के लिए कोई भी खेल खेला जा सकता है।”  मास्टर ब्लास्टर ने माता पिता से भी अपील की कि वे बेटे-बेटी को सम्मान मौके दें और उनमें कोई भेदभाव नहीं करें। उन्होंने कहा, ”यह नहीं होना चाहिए कि बेटा बाहर जाए और बेटी को घर के कामकाज में लगाया जाए। आप हिमा दास को देखिए जिन्हें यूनिसेफ इंडिया ने अपना यूथ एंबेसेडर बनाया है। जीवन में कुछ हासिल करने के लिए हमेशा अपने सपनों का पीछा करें लेकिन जीवन में हमेशा विनम्र बने रहे।” सचिन ने इस अवसर पर स्पेशल ओलंपिक भारत के एथलीटों के साथ एक फुटबॉल मैच भी खेला।