नई दिल्ली। निर्मला सीतारमण की बजट प्रस्तुति मंगलवार को लगभग एक घंटे 31 मिनट तक चली, इस साल वित्त मंत्री का बजट भाषण 2019 के बाद सबसे छोटा हो गया। पिछले साल सीतारमण का बजट भाषण करीब एक घंटे 48 मिनट तक चला था, जबकि 2020 में यह 2 घंटे 40 मिनट तक चला, जो अब तक का सबसे लंबा भाषण था। उससे पहले के वर्ष में भाषण 2 घंटे 17 मिनट लंबा था।
सीतारमण ने संसद के बजट सत्र के दौरान आज लोकसभा में केंद्रीय बजट 2022-23 पेश किया। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि बजट अगले 25 वर्षों के लिए भारत के आर्थिक विकास और विस्तार की नींव रखेगा। सीतारमण ने अपना चौथा केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा, यह केंद्रीय बजट अगले 25 वर्षों के अमृत काल की नींव रखने और अर्थव्यवस्था का खाका देने का प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि भारत भविष्य की चुनौतियों का सामना करने की मजबूत स्थिति में है। वित्त मंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए सार्वजनिक निवेश को बढ़ावा देने पर सरकार का ध्यान जारी रहेगा।
आने वाले वर्षों में सरकार के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक पीएम गति शक्ति कार्यक्रम होगा। पीएम गति शक्ति पहल के तहत सड़क, रेलवे, हवाई अड्डे, बंदरगाह, जन परिवहन, जलमार्ग और लॉजिस्टिक्स इंफ्रा हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए 2022-23 के बजट को मंजूरी दे दी। बजट पेश होने से पहले सुबह करीब 10:20 बजे बैठक शुरू हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रेलवे, संचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और अन्य लोग बजट पेश करने से पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के लिए संसद में मौजूद थे। इससे पहले आज, सीतारमण ने बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उनके साथ वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, भागवत कराड और मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी थे।