कुकरावद/सुल्तानपुर: लाइसेंसी दुकान की तरह बिक रही कुकरावद में अवैध शराब, न रोकने वाला ओर नहीं टोकने वाला कोई, आसपास क्षेत्र के गांव का बच्चा भी बता देगा कौन बेचता है शराब, फिर भी पुलिस आबकारी आज तक बंद रही करा पाए अवैध शराब की दुकान
हरदा। हरदा से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर मगरधा रोड सुल्तानपुर कुकरावद के पास मुख्य मार्ग पर दो से तीन लोग वर्षों से अवैध शराब बेच रहे धीरे धीरे इन दुकानों की बिक्री लाइसेंसी दुकान से भी ज्यादा हो गई है। इस अवैध शराब से पूरे इलाके के ग्रामीण परेशान है। शराब की अवैध बिक्री को लेकर कई बार ग्रामीणों ने जन संवाद कार्यक्रम में अपनी बात रखी और इन शराब की दुकानों को बंद करवाने की मांग की। लेकिन आज तक एक भी अधिकारी इस अवैध शराब की बिक्री को बंद नहीं करवा पाया। इतना जरूर है कि आबकारी विभाग ने छोटी मोटी कार्यवाही कर औपचारिकता जरूर पूरी की लेकिन बड़ी कार्यवाही आज तक नहीं की।
सुबह से लेकर रात 12 बजे तक लगी रहती है। शराब प्रेमियों की भीड़
शराब पीने के शौकीन लोगों की भीड़ हरदा की बड़ी दुकानों पर लगने वाली भीड़ जैसी प्रतिदिन सुल्तानपुर में बनी रहती है। इससे आप अंदाजा लगा सकते है। की प्रतिदिन इन दुकानों पर कितनी पेटी माल बिकता होगा।
कुकरावद बस स्टेंड बना असामाजिक तत्वों का अड्डा
पुलिस आबकारी विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में खुलेआम बिक रही अवैध शराब से आमजन स्थानीय छोटे दुकानदार सभी परेशान है। रात को तो यहां लोग शराब के नशे में गाली गलौज तक करते है। स्थानीय रहवासी भयभीत रहते है। लेकिन अवैध शराब बेचने वाले लोगों के दहशत के कारण कोई शिकायत नहीं करता।
दो से तीन लोग बेच रहे अवैध शराब, पुलिस के पास है सभी का रिकॉर्ड, फिर क्यों नहीं होती कार्यवाही
मालूम हो कि जो लोग शराब के धंधे में लिप्त है। युवा छात्र सभी अब शराब के नशे में अपना जीवन बर्बाद कर रहे है। लंबे समय से कोई बड़ी कार्यवाही नहीं होने से अब इनके हौसले बुलंद हो रहे है।
पूर्व में थाना प्रभारियों के द्वारा कार्यवाही की गई है।लेकिन स्थाई तौर पर शराब बंद करवाने के लिए आज तक किसी भी अधिकारी या बिट प्रभारी ने कोई प्रयास नहीं किया।
ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस अधीक्षक महोदय इस अवैध शराब की बिक्री को रोक सकते है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस को सूचना देने पर वो लोग शराब बेचने वाले को हमारा नाम बता देते है कि इन लोगों ने शिकायत की। देखना होगा कि क्या पुलिस अधीक्षक इस अवैध शराब की बिक्री पर लगाम लगा पाते है या नहीं।