आज इंटरनेट पर आनलाइन गेम के नाम पर युवाओं को लालच देकर फंसाया जा रहा हैं, जहां खेल के नाम पर सीधे सट्टा ही खेला जाता है। इसकी लत में हजारों युवा अपना समय और रुपया बर्बाद कर रहे है।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर। इंटरनेट पर आनलाइन गेम सट्टा के इस काले कारोबार को चुनौती देने वाली एक जनहित याचिका पर सोमवार को जनसुनवाई होना थी। जानकारी के अनुसार याचिकाकर्ता के आरंभिक तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने राज्य सरकार, केंद्र शासन और आनलाइन गेम वाली 7 कंपनियों को नोटिस जारी किया। नोटिस में पूछा गया कि आनलाइन गेम के नाम चल रहे सट्टे को रोकने के क्या उपाय हैं। सोमवार को शासन और अन्य पक्षकारों को जवाब देना है।
मिली जानकारी के अनुसार याचिकाकर्ता विनोद द्विवेदी ने बताया कि उनकी याचिका में ड्रीम इलेवन, एमपीएल, तीन पत्ती, 23 रमी सर्कल, बिंजो, जुपी के संस्थापकों के साथ.साथ मध्य प्रदेश के गृह सचिव, भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण विभाग के संयुक्त सचिव को भी पक्षकार बनाया गया है। हाई कोर्ट में याचिका विनोद द्विवेदी ने दायर की और स्वयं ही पैरवी भी कर रहे हैं। उन्होने बताया कि यह कंपनियां आनलाइन गेम के नाम पर युवाओं को खेलने के लिए प्रेरित कर रही हैं। कंपनियां विज्ञापन के माध्यम से युवाओं को बताती हैं कि कैसे लोग आनलाइन गेम खेलकर पैसा कमा रहे हैं।इस मकड़जाल में हजारो युवा फंसते जा रहे है| याचिका में मांग की गई है कि आनलाइन गेम के नाम पर खिलाए जा रहे सट्टे को रोकने के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। इसके लिए कठोर नियम बनाए जाएं।